नियमित योग से दिल की धड़कन रहेगी सही
पीलीभीत : तमाम तरह की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का समाधान योग में निहित है। अगर व्यक्ति नियमित रूप स
पीलीभीत : तमाम तरह की स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का समाधान योग में निहित है। अगर व्यक्ति नियमित रूप से योगाभ्यास करे तो कोई बीमारी पास नहीं फटकेगी। हर समय खुद को चुस्त-दुरुस्त और प्रसन्नचित महसूस कर सकते हैं। आर्य समाज संस्था के प्रधान रहे तेज नरायन गंगवार को ही देख लीजिये। वह 65 साल की उम्र में भी पूरी तरह फिट हैं। हालांकि पहले वह हृदय रोगी रह चुके हैं। साथ ही कब्ज की समस्या से भी परेशान रहते थे,लेकिन योग को अपनाया तो दोनों समस्याओं के छुटकारा मिल गया।
वह बताते हैं कि वर्ष 2007 में भारतीय योग संस्थान की जिला इकाई के प्रमुख सीए संजय अग्रवाल के निर्देशन में आर्य समाज मंदिर में मोटापा और घुटनों के दर्द की समस्या के निवारण के लिए शिविर लगा था। तब पहली बार उस शिविर में उनका जाना हुआ। शिविर की गतिविधियों को देखकर वह इतना प्रभावित हुए कि अगस्त 2007 से शिविर में नियमित रूप से पहुंचकर योगाभ्यास करना शुरू कर दिया। वह हृदय रोग का उपचार लखनऊ में करा चुके थे। चिकित्सक ने कुछ दवाइयां उन्हें नियमित रूप से लेते रहने की सलाह दी थी लेकिन योग ने ऐसा चमत्कार दिखाया कि वह दिल की बीमारी पूरी तरह भूल गए। साथ ही लंबे समय से चली आ रही कब्ज की समस्या से भी निजात मिल गई। कहते हैं कि पिछले दो साल से किसी भी दवा की उन्हें जरूरत नहीं पड़ी। योग ने ही उन्हें पूरी तरह शारीरिक और मानसिक रूप से फिट कर दिया है। उनका कहना है कि कोई भी व्यक्ति योग को अपनाकर पूरी तरह स्वस्थ जीवन जी सकता है। गांधी स्टेडियम में लगेगा विशाल शिविर
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को प्रात: साढ़े पांच बजे से गांधी स्टेडियम में विशाल योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। खास बात यह रहेगी कि भारतीय योग संस्थान और पतंजलि योग समिति के अब तक अलग-अलग स्थानों पर शिविर लगते रहे हैं लेकिन इस विशेष दिन पर दोनों संस्थाओं के पदाधिकारी और सदस्य गांधी स्टेडियम के शिविर मे बढ़-चढ़कर भागीदारी करेंगे। पतंजलि योग समिति की ओर से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के प्रचार प्रसार के लिए बुधवार की शाम रैली निकाली जाएगी। समिति के जिला संयोजक नरेंद्र पाल ¨सह के अनुसार शाम छह बजे अशोक कालोनी स्थित संतराम सरस्वत शिशु मंदिर से रैली शुरू होगी। उधर भारतीय योग संस्थान के जिला प्रमुख सीए संजय अग्रवाल के अनुसार गांधी स्टेडियम में लगने वाले विशाल योग शिविर में साधकों को शुद्धि क्रियाओं का भी अभ्यास कराया जाएगा। मर्कटासन-1
विधि : सीधे लेटकर दोनों हाथों को कंधे क समानांतर फैलाएं। हथेलियां आकाश की ओर खुली रहें। फिर दोनों पैरों को घुटने से मोड़कर नितंबों के पास लाएं। अब घुटनों को बायीं ओर झुकाते हुए दोनों घुटनों और एड़ियों को परस्पर मिलाकर भूमि पर टिकाएं। गर्दन को बायीं ओर मोड़कर रखें। इसी प्रकार दूसरी ओर से भी इस आसन को करें।
मर्कटासन-2
विधि : पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों को घुटने से मोड़कर नितंबों के पास रखें। पैरों में लगभग डेढ़ फुट का अंतर रखें। (दोनों हाथ कंधों की सीध में फैले हुए, हथेलियां ऊपर की ओर हों) अब बायें घुटने को बायीं ओर झुकाकर भूमि पर टिका दें। दायें घुटने को इतना झुकाएं कि वह बायें पैर के पंजे से स्पर्श करे। गर्दन को दोनों ओर अर्थात विपरीत दिशा में मोड़कर रखें। इसी प्रकार से दूसरे पैर से भी करें।
मर्कटासन-3
विधि : सीधे लेटकर दोनों हाथों को कंधों के समानांतर फैलाएं। हथेलियां खुली हों। बायें पैर को 90 डिग्री उठाकर धीरे-धीरे दायें हाथ के पास ले जाएं। गर्दन को बायीं ओर मोड़कर रखें। कुछ समय इसी स्थिति में रहने के पश्चात पैर को 90 डिग्री पर सीधे उठाकर धीरे-धीरे भूमि पर टिका दें। इसी भांति दायें पैर से इस क्रिया को करें। अंत में दोनों पैरों को एक साथ 90 डिग्री पर उठाकर बायीं ओर हाथ के पास रखें। गर्दन को विपरीत दिशा में मोड़ते हुए दायीं ओर देखें। कुछ समय पश्चात पैरों को यथापूर्व सीधा करें। इसी तरह दोनों पैरों को उठाकर दायीं ओर हाथ के पास रखें। गर्दन को बायीं ओर मोड़ते हुए बायीं ओर देखें। यह एक आवृत्ति हुई। इसी तरह तीन से चार आवृत्ति करें। सावधानी : जिनको कमर में अधिक दर्द हो, वे दोनों पैरों से एकसाथ न करें। उनको एक-एक पैर से ही 2-3 आवृत्ति करनी चाहिए।
लाभ :
- पेट दर्द, दस्त, कब्ज एवं गैस को दूर करके पेट को हल्का बनाता है। नितंब तथा जोड़ों के दर्द में विशेष लाभदायक है। कमर दर्द, सर्वाइकल स्पांडिलाइटिस, स्लिप डिस्क एवं साइटिका में विशेष लाभप्रद आसन है।