वन्यजीव सुरक्षा के लिए बनेगी ठोस रणनीति
विश्व बाघ दिवस पर विविध कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किए गए। पीटीआर व सामाजिक वानिकी के अधिकारियों कर्मचारियों के बीच पैदल गश्त की प्रतियोगिता भी कराई गई। रिमझिम बारिश के बीच पैदल गश्त में शामिल लोगों में उत्साह रहा।
पीलीभीत,जेएनएन : विश्व बाघ दिवस पर विविध कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किए गए। पीटीआर व सामाजिक वानिकी के अधिकारियों, कर्मचारियों के बीच पैदल गश्त की प्रतियोगिता भी कराई गई। रिमझिम बारिश के बीच पैदल गश्त में शामिल लोगों में उत्साह रहा। ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीटीआर के फील्ड डायरेक्टर डॉ. एच. राजामोहन ने कहा कि वन्यजीव सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
बुधवार को डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने गूगल का ऑनलाइन मीट एप सॉफ्टवेयर सभी कर्मचारी वन प्रेमियों, जनप्रतिनिधि, वन्यजीव से जुड़ी संस्थाओं के मोबाइल पर साझा किया। दोपहर एक बजे से ऑनलाइन कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। एसडीओ माला उमेश चंद्र राय, एसडीओ पूरनपुर प्रवीण खरे समेत जिले के वन विभाग अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे। सुबह से ही सभी रेंज में पैदल गश्त प्रतियोगिता हुई। डीएफओ संजीव कुमार, एसडीओ हेमंत कुमार सेठ,रेंजर सत्येंद्र चौधरी, अयूब खा,रेंजर वजीर हसन,रेंजर राम जी, रेंजर गिरीश श्रीवास्तव,रेंजर डीके गोयल, रेंजर साजिद हसन खान, वन दारोगा सोनी सिंह, दिग्विजय सिंह, शेर सिंह, सहित महोफ रेंजर जमाल आरिफ ने टीम के साथ पैदल गश्त पर निकले। बाघ को दिया जाए राष्ट्रीय सम्मान
एफडी मुख्यालय से ऑनलाइन वाद- विवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर बिलाल मियां ने अधिकारियों से कहा कि अभी हम खुद बाघ को सम्मान देना नहीं सीखे हैं। राष्ट्रीय पशु होने के बाद भी बाघ का न तो राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाता है और न ही बाघ मौत पर गार्ड ऑफ ऑनर की कोई व्यवस्था है। डीडी नवीन खंडेलवाल ने अनुमति लेकर अमल में लाने की बात कही।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ का रहा अहम योगदान
विश्व बाघ दिवस की पूरी रूपरेखा एवं जिम्मेदारी डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के कंधों पर रही। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ पीटीआर के कंधे से कंधा मिलाकर हर परिस्थिति में साथ में खड़ा रहा है। वरिष्ठ परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि पीटीआर की सभी रेंज से दो-दो स्कूल चयनित किए गए। तीन तीन बच्चों से पेंटिग बनवा कर पुरस्कृत किया जाएगा।