शारदा में छोड़ा 1.24 लाख क्यूसेक अतिरिक्त पानी
शारदा में बनवसा बैराज से 1.24 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से नदी में बाढ़ जैसे हालत उत्पन्न होने की आशंका है। नदी में पहले ही पर्याप्त मात्रा में पानी होने से निचले स्थानों पर बह रहा है। अचानक सवा लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदी के हालात और बिगड़ सकते हैं। बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है।
पीलीभीत,जेएनएन : शारदा में बनवसा बैराज से 1.24 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से नदी में बाढ़ जैसे हालत उत्पन्न होने की आशंका है। नदी में पहले ही पर्याप्त मात्रा में पानी होने से निचले स्थानों पर बह रहा है। अचानक सवा लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदी के हालात और बिगड़ सकते हैं। बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है।
मैदानी और पहाड़ी क्षेत्र में दो दिन से रूक रूक कर हो रही बरसात से काफी पानी पहले ही शारदा में चल रहा है। सोमवार सुबह सात बजे तक 79 हजार क्यूसेक पानी चल रहा था। नदी का जलस्तर पहले ही ठीक था। निचले इलाकों और रास्तों में पानी अभी तक भरा हुआ है। इसके चलते लोगों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। दिन में 12 बजे के करीब अचानक वनबसा बैराज से 1.24 लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया है। इससे नदी में बाढ़ जैसे हालत होने की संभावना है। शासन की ओर से प्रदेश में जिन बाढ़ प्रभावित जिलों की घोषणा की गई है, उसमें पीलीभीत जिला भी शामिल है। बाढ़ बचाव के लिए चिन्हित जगहों पर बनाई गई बाढ़ चौकियों पर रहने वाले कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है। नहरोसा में वैसे ही कटान काफी तेजी से हो रहा है। अगर पानी की अधिकता हुई तो वहां स्थिति और गंभीर हो सकती है। निचले रास्तों में जलभराव के साथ ही कटान बढ़ने की भी आशंका है। हालांकि राहुलनगर में कटान थमा है लेकिन पानी बढ़ने से वहां कटान शुरू होने की आशंका है। ग्रामीणों ने बचाव कार्य तेज कराने के निर्देश दिए हैं। उपजिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि नदी में पानी बढ़ने की सूचना मिली है। कर्मचारी लगातार निगरानी में जुटे हुए हैं। वह हालात की लगातार समीक्षा कर रहे हैं।