घास काटने गए ग्रामीणों को नदी किनारे दिखा बाघ
अमरिया तहसील क्षेत्र के गांव कटमटी के पास बह रही अफसरिया नदी किनारे घास काटने गए ग्रामीणों को झाड़ियों में बाघ दिखाई दिया। डर के कारण सभी चुपचाप गांव लौट गए। गांव पहुंचकर सूचना वनकर्मियों को दी। डिप्टी रेंजर देवेंद्र पाल सिंह सोमपाल रामाधार चेतन कुमार मौके पर पहुंचे।
पीलीभीत,जेएनएन : अमरिया तहसील क्षेत्र के गांव कटमटी के पास बह रही अफसरिया नदी किनारे घास काटने गए ग्रामीणों को झाड़ियों में बाघ दिखाई दिया। डर के कारण सभी चुपचाप गांव लौट गए। गांव पहुंचकर सूचना वनकर्मियों को दी। डिप्टी रेंजर देवेंद्र पाल सिंह, सोमपाल, रामाधार, चेतन कुमार मौके पर पहुंचे।
वन विभाग की टीम ने नदी किनारे पगमार्क ट्रेस कर बाघ की चहलकदमी होने की पुष्टि की। गांव बढ़ापुरा निवासी शाहिद व शमशेर आधा दर्जन ग्रामीणों के साथ मंगलवार को झोपड़ी पर छप्पर डालने के लिए नदी किनारे खड़ी कांस (घास) काटने के लिए गए थे, तभी उन्हें कुछ दूरी पर झाड़ियों में बाघ बैठा दिखाई दिया। बाघ को देखकर ग्रामीण घबरा गए।ग्रामीण पहले तो उसे तेंदुआ समझ रहे थे, लेकिन वनकर्मियों ने जब पगमार्क ट्रेस किए तो बाघ की चहलकदमी होने की पुष्टि की गई। बाघ की मौजूदगी से एक बार फिर क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। तीन सप्ताह पहले कटमटी गांव में तेंदुआ कई बकरियों को उठाकर ले गया था। डिप्टी रेंजर देवेंद्र पाल सिंह ने बताया कि बाघ की चहलकदमी के मद्देनजर ग्रामीणों को खेतों की तरफ जाने में सावधानी बरतने को कहा गया है। वन विभाग की टीम लगातार मॉनीटरिग कर रही है।