ग्रामीणों ने बाघ को पीटकर मार डाला
तराई में बाघों के संरक्षण के लिए चल रही कवायद को रविवार की शाम गहरा धक्का लगा जब ग्रामीणों ने बाघ को पीटकर मार डाला।
पीलीभीत : तराई में बाघों के संरक्षण के लिए चल रही कवायद को रविवार की शाम गहरा धक्का लगा है। कई दिनों से चहलकदमी कर रहे बाघ ने एक ग्रामीण पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने बाघ को घेर लिया। फिर उसे पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया। बाघ के मारे जाने की सूचना से जिला प्रशासन और वन महकमे में खलबली मच गई है। यह मामला लखीमपुर खीरी जिले में किशनपुर सेंचुरी क्षेत्र का है।
जिले के सीमावर्ती चलतुआ गांव में बाघ कई दिनों से चहलकदमी कर रहा था। जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल रहा। बताते हैं कि गांव चलतुआ निवासी देवानंद (50) कहीं जा रहा था तभी बाघ ने उस पर हमला कर दिया। बाघ के हमले से देवानंद के शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं। उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी है। देवानंद पर हमले की भनक लगते ही ग्रामीणों में रोष फैल गया। देखते-देखते चलतुआ गांव तथा आसपास के ग्रामीण एकत्र होकर बाघ की घेराबंदी करने में जुट गए। कुछ ही घंटे में बाघ को ग्रामीणों ने घेर लिया। ग्रामीणों ने बाघ पर लाठी डंडों तथा अन्य हथियारों से हमला कर दिया। बाघ की गर्दन तथा चेहरे पर गंभीर चोट लगने से तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। बाघ के मारे जाने के काफी देर तक ग्रामीण उसके नजदीक जाने का साहस नहीं जुटा पा रहे थे, लेकिन बाघ के शरीर में किसी तरह की गतिविधि नहीं होने पर ग्रामीण उसके करीब पहुंचे। फिलहाल मामले की सूचना मिलने पर सीओ पूरनपुर फोर्स के साथ मौके पर रवाना हो गए हैं। बाघ के मारे जाने की सूचना अभी कुछ देर पहले मिली है, मौके पर जा रहा हूं। इस मामले में लखीमपुर खीरी के पुलिस अधिकारियों से भी संपर्क किया जा रहा है।
- कमल ¨सह, सीओ पूरनपुर
लखीमपुर खीरी के किशनपुर सेंचुरी क्षेत्र में बाघ के मारे जाने की घटना है। हम पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हैं। सोमवार को इस मामले को लेकर बाघ सुरक्षा पर रणनीति तैयार की जाएगी। -आदर्श कुमार, उपनिदेशक पीलीभीत टाइगर रिजर्व।