खुले में लगे ट्रांसफार्मर से खतरा, चहारदीवारी का निर्माण नहीं
विद्युत विभाग की अनदेखी के चलते नगर के कई वार्डों में विद्युत आपूर्ति करने वाले इंदिरा पार्क के पास बने बिजली सब स्टेशन की बाउंड्रीवाल पिछले कई वर्षों पूर्व टूट गई थी। बिजली के शक्तिशाली ट्रांसफार्मर अब खुले में रखे हुए हैं जो किसी समय हादसे का सबब बन सकते हैं। अधिकारियों ने निर्माण कराने के लिए कागजी घोड़े दौड़ाए कितु नतीजा ढाक के वही तीन पात रहा।
पीलीभीत,जेएनएन: विद्युत विभाग की अनदेखी के चलते नगर के कई वार्डों में विद्युत आपूर्ति करने वाले इंदिरा पार्क के पास बने बिजली सब स्टेशन की बाउंड्रीवाल पिछले कई वर्षों पूर्व टूट गई थी। बिजली के शक्तिशाली ट्रांसफार्मर अब खुले में रखे हुए हैं जो किसी समय हादसे का सबब बन सकते हैं। अधिकारियों ने निर्माण कराने के लिए कागजी घोड़े दौड़ाए कितु नतीजा ढाक के वही तीन पात रहा।
नगर के बारह पत्थर से गोपी टाकीज जाने वाले मार्ग पर इंदिरा पार्क के समीप विद्युत सब स्टेशन नगर में वर्ष 1952 से बना हुआ है। जहां से ट्रांसफार्मरों द्वारा नगर में विद्युत आपूर्ति का कार्य कई फीडर बनाकर किया जाता है। इन फीडरों पर सप्लाई करने के लिए सब स्टेशन में कई शक्तिशाली ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। सब स्टेशन के चारों ओर सुरक्षा व्यवस्था के लिए बाउंड्रीवाल बनी हुई थी व गेट लगा हुआ था। सब स्टेशन में बने कार्यालय में ही विद्युत लिपिक द्वारा माह के अंत में उपभोक्ताओं के बिल जमा किए जाते थे। राजकीय महाविद्यालय मार्ग पर उपखंड अधिकारी विद्युत का कार्यालय बनने के बाद सब स्टेशन पर बिल जमा होना बंद हो गए और यह कार्य कंप्यूटर से होने लगा। टूटी बाउंड्री से पशु घुसकर कई बार अपनी जान गवां चुके हैं। पिछले दिनों अवर अभियंता व अधिशासी अभियंता ने एसडीओ आनंद बाबू के साथ जायजा लिया था और उन्होंने कुछ दिनों में कायाकल्प कराने का वादा भी किया था कितु यह वादा कागजी घोड़े बनकर ही रह गया। एसडीओ आनंद बाबू ने बताया कि बाउंड्री बनवाने के लिए विभागीय कार्यवाही चल रही है।