इंतजार समाप्त, जल्द दौड़ेगी बीसलपुर तक ट्रेन
इंतजार खत्म हुआ स्थानीय जंक्शन से बीसलपुर तक ट्रेनों के संचालन का समय आ गया है। पिछले दिनों हुए निरीक्षण के बाद अब सीआरएस ने ब्रॉडगेज को कुछ शर्ताे के साथ फिट करार दे दिया है।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : इंतजार खत्म हुआ स्थानीय जंक्शन से बीसलपुर तक ट्रेनों के संचालन का समय आ गया है। पिछले दिनों हुए निरीक्षण के बाद अब सीआरएस ने ब्रॉडगेज को कुछ शर्ताे के साथ फिट करार दे दिया है। विभागीय अधिकारियों के चेहरे खिले हुए हैं तो वहीं रेल यात्रियों के लिए भी बड़ी राहत मिलेगी। कमियों को सुधारकर जल्द ही बीसलपुर तक ट्रेनों का संचालन कर दिया जाएगा।
18 मई 2018 को पीलीभीत शाहजहांपुर मीटर गेज लाइन पर आमान परिवर्तन का कार्य शुरू हुआ था तब ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था। यात्री डग्गामार वाहनों के सहारे हो गए। दो वर्ष तक चला ब्राडगेज पर आमान परिर्वतन का कार्य विभाग ने इसी साल जनवरी के अंत तक पूर्ण कर लिया था। कार्य पूर्ण होने के बाद विगत 10 व 11 फरवरी को लखनऊ परिक्षेत्र के रेल संरक्षा आयुक्त लतीफ खान ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने असोम हाईवे के निकट स्थित ब्रिज की चौड़ाई कम होने पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ने के लिए यह ब्रिज फिट नहीं है। वहीं अन्य कमियों के सुधार के बाबत निर्देश दिए थे। ब्रिज को लेकर नाराजगी इतनी अधिक थी कि क्षेत्रीय लोगों को लग रहा था कि फिलहाल ब्राडगेज को फिट नहीं मिलेगा। अमूमन 15 दिनों में सीआरएस निरीक्षण की रिपोर्ट दे देते हैं लेकिन समय अधिक होने से क्षेत्रीय जनता निराशा जताने लगी थी। दैनिक यात्री आपस में चर्चा करते थे कि असोम हाईवे पर पुल की वजह से ब्रॉडगेज को फिट नहीं मिलेगा। अलबत्ता सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए सीआरएस ने कुछ शर्तो व सुधार के साथ ब्रॉडगेज को शनिवार को फिट दे दी। रिपोर्ट में दिए गए सुधारों के बाद जल्द ही ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह ने बताया कि लखनऊ परिक्षेत्र के रेल संरक्षा आयुक्त लतीफ खान ने निरीक्षण की रिपोर्ट देते हुए ब्रॉडगेज को कुछ शर्तो के साथ सुधार के निर्देश देकर फिट दे दिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि कुछ कमियों को दूर करने के बाद विभाग की ओर से ट्रेन संचालन का रास्ता साफ हो जाएगा।
ब्रिज के लिए नहीं की जाएगी ट्रेन संचालन में देरी
सीआरएस निरीक्षण में साफ हुआ कि इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने के लिए उक्त ब्रिज मुफीद नहीं है। ऐसे में विभाग को निरीक्षण की रिपोर्ट देते वक्त उन्होंने सुधार के निर्देश दिए। वहीं ब्रिज तीन पर ट्रेन दौड़ते वक्त उसमें झुकाव अधिक होने की बात भी कहीं गई थी। विभाग द्वारा ब्रिज इंजीनियर के साथ विगत 23 फरवरी को उस पर ट्रेन दौड़ाकर वीडियोग्राफी करवाई थी। इस ब्रिज पर ट्रेन साठ, अस्सी व नब्बे की स्पीड से दौड़ाई गई। इंजीनियर ने ब्रिज को फिट बताते हुए रिपोर्ट सीआरएस को पेश की थी। वहीं अब असोम हाईवे पर ब्रिज के लिए सीआरएस ने रिपोर्ट में देरी नहीं की है। उन्होंने रिपोर्ट ब्राडगेज को फिट दे दी है।