कहीं शिकारियों का निशाना तो नहीं बनी बाघिन
संवाद सहयोगी पूरनपुर (पीलीभीत) बाघिन की मौत कैसे हुई यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही स्पष्ट हो सकेगा।
संवाद सहयोगी, पूरनपुर (पीलीभीत) : बाघिन की मौत कैसे हुई यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही पता चल सकेगा लेकिन उसके बाएं टखने पर एक गहरा निशान होने से यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं शिकारियों ने तो बाघिन के साथ अनहोनी घटना को अंजाम नहीं दे दिया। हालांकि बाघिन के सभी अंग सुरक्षित होने की बात अधिकारी कह रहे हैं।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में शिकारी पूरी तरीके से सक्रिय हैं। कई बार बाघों के अंग शिकारियों से बरामद किए जा चुके हैं। उनकी जंगल में सक्रियता कम नहीं हो रही है। इसके चलते वन्यजीवों के साथ अनहोनी घटना से भी इंकार नहीं किया जा सकता। बाघों की मौत के कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं।जिनमें लोग जेल में भी बंद है। शनिवार को जिस बाघिन का शव नवीनगर पुल के पास से निकाला गया उसके पीछे वाले पैरों के टखने पर घाव जैसा निशान देखा गया। हालांकि शव काफी पुराना था और उसमें से भीषण दुर्गंध आ रही थी। आशंका जताई जा रही है कहीं शिकारियों ने तो बाघिन के साथ किसी अनहोनी घटना को अंजाम नहीं दे दिया। हालांकि बाघिन की मौत कैसे हुई यह पीएम रिपोर्ट में ही स्पष्ट हो सकेगा लेकिन असमय ही बाघिन का शव मिलने से हत्या से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है।