गोमती पुल के पास गन्ने के खेत में बाघ ने डाला डेरा
खांडेपुर गांव से खमरिया पट्टी से कुछ दूर स्थित एक ढाबे के पास मंगलवार की रात दिखने वाला बाघ गोमती पुल से तीन सौ मीटर दूर एक गन्ने के खेत में पहुंच गया। वहां पूरे दिन बाघ बैठा रहा।
पीलीभीत,जेएनएन: खांडेपुर गांव से खमरिया पट्टी से कुछ दूर स्थित एक ढाबे के पास मंगलवार की रात दिखने वाला बाघ गोमती पुल से तीन सौ मीटर दूर एक गन्ने के खेत में पहुंच गया। वहां पूरे दिन बाघ बैठा रहा। उसकी मॉनीटरिग के लिए वन अधिकारी और कर्मचारियों की टीम लगी रही। रात के समय बाघ हाईवे पर आ जाने से लोगों में दहशत देखी गई।
तहसील क्षेत्र के गांव मनहरिया में बीते एक सप्ताह से दिखने वाला बाघ तीन दिन पहले गजरौला जप्ती के पास पहुंच गया था। एक युवक पर झपट्टा मारने का भी प्रयास किया था। इसके बाद रात के समय बाघ वहां से निकलकर मंगलवार को दिन में खांडेपुर के किसान गुरभाग सिंह के गन्ने के खेत में रुक गया था। मंगलवार को पूरे दिन टीम गन्ने की खेत की निगरानी करती रही। शाम के समय बाघ वहां से चलकर पूरनपुर पीलीभीत नेशनल हाईवे 730 ए पर खमरिया पट्टी तिराहे से कुछ दूर पड़ने वाले एक ढाबे के पास देखा गया। ढाबे के पा बाघ देखे जाने से ढाबे पर मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। जानकारी मिलने के बाद टीम उसकी मानीटरिग में जुट गई। देर रात बाघ वहां से पूरनपुर पीलीभीत हाइवे पर गोमती पुल के दक्षिण दिशा में स्थित एक गन्ने के खेत में पहुंच गया। बुधवार की सुबह पगमार्क को ट्रेस करते हुए वन विभाग की टीम वहां पहुंची और उसकी मानीटरिग शुरू की। सामाजिक वानिकी प्रभाग के रेंजर मोहम्मद अयूब ने बताया कि बाघ गन्ने के खेत में ही रुका हुआ है। बाघ की निगरानी के लिए पीलीभीत और बीसलपुर की टीम के साथ वह स्वयं लगे हैं।