धान काटने गए किसानों के सामने आया बाघ
क्षेत्र के नगरिया कॉलोनी में तीन दिन से एक ही जगह बाघ के डेरा जमाने से ग्रामीणों में दहशत है। यह वही स्थान है जहां चार दिन पहले बाघ घोड़े को मारकर गन्ने के खेत में ले गया था। ग्रामीणों का कहना है दो दिन से लगातार बाघ की दहाड़ सुनाई दे रही है जिससे खेतों पर जाना मुश्किल है। इस हालत में धान की कटाई प्रभावित है। फसल जमीन पर गिर गई है जिससे नुकसान हो रहा है।
संवाद सूत्र, अमरिया (पीलीभीत) : क्षेत्र के नगरिया कॉलोनी में तीन दिन से एक ही जगह बाघ के डेरा जमाने से ग्रामीणों में दहशत है। यह वही स्थान है जहां चार दिन पहले बाघ घोड़े को मारकर गन्ने के खेत में ले गया था। ग्रामीणों का कहना है दो दिन से लगातार बाघ की दहाड़ सुनाई दे रही है जिससे खेतों पर जाना मुश्किल है। इस हालत में धान की कटाई प्रभावित है। फसल जमीन पर गिर गई है जिससे नुकसान हो रहा है।
बुधवार सुबह गांव के अजीत साना गांव के कुछ लोगों के साथ धान काटने के लिए डबरी किनारे खेत पर गए थे मुश्किल से धान की एक ही मांग काट पाये थे, तभी सामने माधव मंडल के गन्ने के पास नरकुल में बाघ खड़ा दिखाई दिया। बाघ देखते ही घबराकर सभी लोगों ने दौड़ लगा दी। आवाज सुनकर पास मे खेतों पर काम कर रहे ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए तभी बाघ गन्ने के खेत में चला गया। वनकर्मी शैलेंद्र, तेज पाल, अंकित कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंच कर बाघ की लोकेशन ट्रेस कर ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा। क्षेत्र में लगातार बाघ की दहशत जारी है जिससे किसानों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। धान की कटाई कैसे हो यह चिता सता रही है। फोटो 23 पीआइएलपी 20
-बाघ की दहशत इतनी फैल गई है हर समय खौफ के साये मे काम करना पड़ रहा है जिससे कार्य करने में बहुत समय लग रहा है।
प्रदीप विश्वास फोटो 23 पीआइएलपी 21
-हर तरफ बाघ का खौफ जारी है लगातार दो दिन से बाघ की दहाड़ने की आवाज सुनाई दे रही है लेकिन विभाग सुरक्षा के उपाय करने में नाकाम हो गया है।
अनुकूल साना फोटो 23 पीआइएलपी 22
-तीन दिन पहले इस स्थान पर बाघ घोड़े का शिकार कर चुका है सुबह धान काटने के लिए गांव के कुछ लोगों के साथ आये थे बाघ देखकर होश उड़ गए काम छोड़कर घर पर भागना पड़ा जिससे धान की कटाई बंद हो गई।
अजीत साना फोटो 23 पीआइएलपी 23
-बाघों को लेकर ऐसा ही माहौल रहा तो फसलें बर्बाद हो जायेंगी बाघों के खौफ से कोई जंगल को नहीं जायेगा जिससे किसानों को लंबा नुकसान होगा हर इंसान को जान प्यारी है तो काम कौन करेगा किसानों की दिक्कतों से प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
-निर्मल ढाली