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इस बार पूर्णागिरि धाम का सफर सुहाना

होली का पर्व संपन्न होते ही पूर्णागिरि धाम का मेला चल पड़ा है। पिछले साल तो भक्तों की पूर्णागिरि धाम यात्रा कष्टदायक रही लेकिन इस बार सफर सुहाना है। ब्राडगेज की चार पैसेंजर के साथ ही दो एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात मिल गई है। मेलार्थियों को सीट की मारामारी से नहीं जूझना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Mar 2019 10:56 PM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2019 10:56 PM (IST)
इस बार पूर्णागिरि धाम का सफर सुहाना
इस बार पूर्णागिरि धाम का सफर सुहाना

पीलीभीत : होली का पर्व संपन्न होते ही पूर्णागिरि धाम का मेला चल पड़ा है। पिछले साल तो भक्तों की पूर्णागिरि धाम यात्रा कष्टदायक रही लेकिन इस बार सफर सुहाना है। ब्राडगेज की चार पैसेंजर के साथ ही दो एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात मिल गई है। मेलार्थियों को सीट की मारामारी से नहीं जूझना पड़ेगा।

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शुक्रवार को टनकपुर जाने वाली ट्रेनों में भीड़ बढ़ गई। इस भीड़ में कुछ यात्री ऐसे रहे, जो होली का पर्व मनाकर अपने कार्यस्थलों की ओर रवाना हो रहे थे तो तमाम ऐसे भी लोग रहे जो मां पूर्णागिरि के दर्शन को जा रहे थे। ऐसे में अब रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की रौनक भी बढ़ गई है। पिछले साल पूर्णागिरि धाम मेले के दौरान टनकपुर रेल खंड पर ब्राडगेज का कार्य चल रहा था। ऐसे में पैसेंजर ट्रेन का संचालन सिर्फ पकड़िया मझोला तक ही हो रहा था। तब तमाम भक्तों को रोडवेज बसों तथा अन्य वाहनों का सहारा लेकर टनकपुर तक की यात्रा करनी पड़ी। पूर्णागिरि धाम में दर्शन-पूजन के उपरांत फिर सड़क मार्ग से ही वापस लौटना पड़ा। ऐसे में उनकी यात्रा कष्टदायक रही लेकिन इस बार स्थिति बदल चुकी है। ब्राडगेज की ट्रेन में 14 से 15 तक कोच हैं। एक कोच में 90 सीटें हैं जबकि मीटर गेज की ट्रेन में 12 कोच होते थे। साथ ही एक कोच में सिर्फ 64 सीटें होती थीं। ऐसे में पूर्णागिरि धाम मेले के दौरान जब यात्रियों की भीड़ उमड़ती तो ट्रेन में सीट हथियाने को लेकर लोगों के बीच मारामारी मच जाया करती रही है। अब ब्राडगेज की ट्रेनों में यात्रियों को इस तरह की समस्या नहीं आएगी। स्टेशन पर यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं हो गईं हैं। यात्रियों के लिए पेयजल, सफाई, प्रकाश की अच्छी व्यवस्था हो गई है। साथ ही मीटर गेज की अपेक्षा ब्राडगेज की ट्रेनों में यात्रियों को ले जाने लाने की डेढ़ से दोगुनी तक क्षमता है। अभी तो इतनी ट्रेनें ही पर्याप्त हैं, जिनसे यात्री टनकपुर तक आवागमन कर सकते हैं। आने वाले समय में मेलार्थियों की भीड़ बढ़ेगी तो स्पेशल ट्रेन के लिए भी डिमांड की जा सकती है।

-धर्मेंद्र कुमार, स्टेशन अधीक्षक।


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