खेप तैयार कर बाजार में नोट चलाने को आधे मूल्य पर देते थे
शहर के बीच बाजार पकड़ा गया नकली नोट का कारोबार धीरे धीरे बढ़ता ही जा रहा था। नकली नोट छापने वाले लोग दलालों के माध्यम से बाजार में नकली नोट को उतारते थे। नोट चलाने के बाद दलालों से नकली नोट की आधी कीमत वसूल कर ली जाती थी।
पीलीभीत : शहर के बीच बाजार पकड़ा गया नकली नोट का कारोबार धीरे धीरे बढ़ता ही जा रहा था। नकली नोट छापने वाले लोग दलालों के माध्यम से बाजार में नकली नोट को उतारते थे। नोट चलाने के बाद दलालों से नकली नोट की आधी कीमत वसूल कर ली जाती थी।
थाना सुनगढ़ी के मुहल्ला गोपाल सिंह डोरीलाल फाटक में नितिन पटेल के द्वारा नकली नोट बनाने का काम किया जाता था। नकली नोट बनाने में उसकी पत्नी सपना पटेल भी उसकी मदद करती थी। ये लोग एक संगठित गैंग बनाकर पहले पहले प्रिटर से नकली नोट की खेप निकालते थे। बड़ी खेप तैयार कर अपनी गैंग के लोगों के साथ मिलकर बाजार में दुकानों और रस्टोरेंट और अशिक्षित वर्ग के इलाकों में नकली नोट को ज्यादातर चलाते थे। नोट चलाने के बाद वह नकली नोट के बदले मिली रकम को आधे आधे में बंटवारा कर लिया जाता था। इतना ही नहीं पुलिस के मुताबिक तो नकली नोट की खेप बरेली जिले में भी बड़े पैमाने पर भेजी जाती थी। चुनावी दौर में यह कयास भी लगाए रहे हैं कि कहीं नकली नोट के द्वारा वोटरों को लुभाने की तैयारी तो नहीं थी। इसी गैंग से जुड़े एक युवक ने यशवंतरी देवी मंदिर पर चल रहे नवरात्र मेले में पांच सौ के तीन हजार रूपये के नकली नोट लेकर चलाने के लिए पहुंचा था। युवक के द्वारा मेले में दो दुकानों से सामान खरीदने के बाद पांच सौ का नकली नोट दिया। दुकानदार नोट को नहीं पहचान पा रहा था। पांच सौ के नकली नोट के बदले रुपये वापस कर दिए थे। युवक ने जिस आरोपित शिवम नाम के युवक से नकली नोट लिए थे। दोनों में नोट चलाने के बदले में मिलने वाले रुपयों को आधा आधा बंटवारा करने की बात तय हुई थी।