सहकारी चीनी मिलों को लगाया जा रहा चूना
प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों एवं स्टेट शुगर मिलों में घटिया एवं नकली सामान की आपूर्ति होती है। इसी कारण ये मिलें पेराई सत्र के दौरान ब्रेकडाउन में चली जाती हैं। चीनी मिलों के अधिकारियों एवं संबंधित फर्मों की मिलीभगत से करोड़ों का खेल होता रहा है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई है।
जेएनएन, पीलीभीत : प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों एवं स्टेट शुगर मिलों में घटिया एवं नकली सामान की आपूर्ति होती है। इसी कारण ये मिलें पेराई सत्र के दौरान ब्रेकडाउन में चली जाती हैं। चीनी मिलों के अधिकारियों एवं संबंधित फर्मों की मिलीभगत से करोड़ों का खेल होता रहा है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई है।
भ्रष्टाचार मामलों को लेकर मुखर रहने वाले एडवोकेट विनोद पांडेय ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर की शिकायत की है। कहा गया कि एक ही सप्लायर से ये चीनी मिलें हार्डवेयर, बेयरिग एवं इलेक्ट्रिकल्स का सामान खरीदती हैं। इस सप्लायर की तीन विभिन्न फर्में हैं, इन्हीं से कुटेशन लिए जाते हैं। फर्में अपने हिसाब से सामान की कीमतें तय करके आपूर्ति कर देती हैं। आपूर्ति किए जाने वाले सामान की गुणवत्ता संबंधी जांच किसी भी स्तर पर नहीं होती है। इसका परिणाम यह होता है कि पेराई सत्र के दौरान मिलों में ब्रेकडाउन होते रहते हैं, जिससे गन्ना किसानों को समस्या आती है तथा उप्र सहकारी चीनी मिल संघ व स्टेट शुगर मिल एसोसिएशन को करोड़ों रुपये की क्षति उठानी पड़ती है। उन्होंने लखीमपुर खीरी की दो तथा पीलीभीत की सहकारी चीनी मिल पूरनपुर का उदाहरण भी दिया है। साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई सहकारी चीनी मिलों में भी इसी तरह खेल चलने की शिकायत करते हुए इसकी जांच कराकर दोषी अधिकारियों को दंडित किए जाने की मांग की है। फोटो 29पीआइएलपी 26
राज्य की सहकारी चीनी मिलों में साजिश के तहत घटिया किस्म के सामान की सप्लाई कर बड़ा गोलमाल किया जा रहा है। जाहिर है कि घटिया सामान लगाने से चीनी मिलों का कार्य प्रभावित होगा। पेराई सत्र में किसानों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। लिहाजा पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच किए जाने से मामले का पर्दाफाश हो सकता है।
- विनोद पांडेय, अधिवक्ता एवं शिकायतकर्ता
<ढ्डद्धड्ड>--<ढ्डद्धड्ड>--<ढ्डद्धड्ड>---