अंडा और चिकन के कारोबार में आई मंदी
बर्ड फ्लू की आशंका में इन दिनों शहर से लेकर कस्बों तथा गांवों तक में अंडा की बिक्री में खासी गिरावट आई है। हालांकि जिले में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई केस नहीं मिला है लेकिन लोग एहतियात बरत रहे हैं। अंडा के साथ ही चिकन के कारोबार में भी मंदी आ गई है।
पीलीभीत,जेएनएन : बर्ड फ्लू की आशंका में इन दिनों शहर से लेकर कस्बों तथा गांवों तक में अंडा की बिक्री में खासी गिरावट आई है। हालांकि जिले में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई केस नहीं मिला है लेकिन लोग एहतियात बरत रहे हैं। अंडा के साथ ही चिकन के कारोबार में भी मंदी आ गई है।
वैसे सर्दी के मौसम में अंडा के साथ ही चिकन की खपत बढ़ जाती रही है। इस बार भी पिछले महीने तक इन दोनों चीजों की काफी मांग रही है लेकिन इधर जब से लोगों को यह पता चला है कि बर्ड फ्लू का प्रकोप शुरू हो गया है, तभी से मांग में कमी आने लगी है। कारोबारियों के अनुसार शहर में पहले रोजाना लगभग पंद्रह हजार अंडे की रोजाना खपत होती रही है लेकिन अब घटकर नौ हजार के करीब है। हालांकि रामलीला रोड पर अंडा के थोक कारोबारी मोहम्मद शोयब का कहना है कि बिक्री में कोई ज्यादा गिरावट नहीं आई है।
पूरनपुर : तहसील क्षेत्र में हजारों अंडों की बिना जांच के रोज सप्लाई हो रही है। हालांकि बर्ड फ्लू को लेकर लोगों में जागरूकता है। अंडों के रिटेलर बताते हैं कि वह रोजाना 150 क्रेट करीब 450 सौ अंडे रोजाना बिक्री कर देते थे लेकिन इस माह भारी गिरावट आई है। आधे से भी कम बिक्री हो रही है। दूसरे रिटेलर ने बताया कि अंडों का ठंड की सीजन होने के कारण स्टाक कर लिया था। अचानक बर्ड फ्लू आने के कारण जो रुपया लगाया वह निकालना मुश्किल हो रहा है। इसी तरह चिकन बिक्री करने वाले दुकानदारों का हाल है। खपत बेहद कम होने के कारण उनके चेहरे पर मायूसी साफ दिख रही है। कारोबारियों ने बताया कि सत्यापन के लिए कोई कर्मचारी आया था लेकिन अंडों की अभी जांच नहीं हुई है। वह अंडों को तहसील क्षेत्र के एक बड़े मुर्गी पालन केंद्र से लाते हैं। इसके अलावा खटीमा से भी अंडे यहां बिक्री करने के लिए पहुंचते हैं। शासन की तरफ से बर्ड फ्लू को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है। दुकानदारों का सत्यापन कर लिया गया है। उन्हें बाहर के शहरों से अंडा न लाने के निर्देश दिए गए हैं। अंडा बिक्री करने के लिए दुकान में चूना, साफ सफाई, मास्क पहन कर दुकानदारों को बिक्री के निर्देश दिए गए हैं। अभी वर्ल्ड फ्लू को लेकर कोई भी केस सामने नहीं आया है। पोल्ट्री फार्म संचालकों को जागरूक करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। अगर कोई पक्षी मैं इस तरह के लक्षण मिलते हैं तो तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पशु चिकित्सा अधिकारी को दी जाए।
-डॉ. राजीव मिश्र, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी पूरनपुर