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शारदा का कटान रोकने को सात करोड़ का प्रस्ताव भेजा

पीलीभीतजेएनएन शारदा नदी की बाढ़ तहसील क्षेत्र में हर साल भारी तबाही मचाती है। इस वर्ष अक्टूबर में आई बाढ़ के दौरान शारदा नदी ने तहसील क्षेत्र के नगरिया खुर्द क्षेत्र में कटान करते हुए मार्जिनल बांध के करीब आ गई थी। नदी का कटान रोकने के लिए सात करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 11:38 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 11:38 PM (IST)
शारदा का कटान रोकने को सात करोड़ का प्रस्ताव भेजा
शारदा का कटान रोकने को सात करोड़ का प्रस्ताव भेजा

पीलीभीत,जेएनएन: शारदा नदी की बाढ़ तहसील क्षेत्र में हर साल भारी तबाही मचाती है। इस वर्ष अक्टूबर में आई बाढ़ के दौरान शारदा नदी ने तहसील क्षेत्र के नगरिया खुर्द क्षेत्र में कटान करते हुए मार्जिनल बांध के करीब आ गई थी। नदी का कटान रोकने के लिए सात करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है।

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शारदा नदी नेपाल से तहसील क्षेत्र में जगबूढ़ा नदी के साथ तहसील क्षेत्र के नौजलिया नंबर दो( कुतियाकवर ) गांव से प्रवेश कर आगे जाती है। इस नदी किनारे नेपाल बार्डर पर स्थित कुतियाकवर ,नौजलिया नम्बर एक ,गभिया , नगरिया खुर्द,भूड़ागोरख डिब्बी ,कंजिया, सिंहपुर,रमनगरा ,भुजिया ,धुरिया पलिया गांव बस हैं। नदी बाढ़ के दिनों में इन गांव की आबादी कृषि योग्य जमीन मकानों का कटान करते हुए अपने आगोश में समा लेती है। कटान से अब तक सैकड़ों लोग बेघर तथा भूमिहीन हो चुके हैं। कई साल पहले शारदा नदी ने गुनहान गांव का अस्तित्व मिटा दिया था।

शारदा सागर खंड की द्वितीय सब डिवीजन के सहायक अभियंता राजकुमार ने बताया कि भूड़ागोरख डिब्बी क्षेत्र में नदी कटान कर मार्जिनल बांध से करीब 10 मीटर तक पहुंच गई है। क्षेत्र में शारदा सागर डैम की दूरी नदी के काफी नजदीक होने से क्षेत्र संवेदनशील है। उन्होंने बताया कि नदी को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सात करोड़ का बजट तैयार कर शासन की मंजूरी के लिए भेजा गया है।

राहुलनगर घाट पर लेखपाल ने बुधवार को पहुंचकर जांच की। शारदा नदी की अधिकांश धार राहुलनगर की तरफ ही पाई गई। कुछ पट्टे भी नदी के उस पार मिलना बताया गया है। तहसील क्षेत्र के शारदा नदी किनारे बसे गांव चंदिया हजारा ग्राम पंचायत में पड़ने वाले राहुलनगर घाट पर ग्राम पंचायत की तरफ से नाव का संचालन किया जा रहा था। संपूर्णानगर वन विभाग भी इस घाट पर नाव का संचालन कराहा रहा है। कुछ दिन पहले वन विभाग के कर्मचारी ग्राम पंचायत की नाव और कुछ मल्लाहों को पकड़कर अपने साथ ले गए थे। उन्होंने इस घाट का ठेका करने की बात कही थी जबकि ग्राम प्रधान चंदिया हजारा वासुदेव कुंडू का कहना है कि वन विभाग की तरफ से मुरैना गांधीनगर में नाव का संचालन कराया जाना चाहिए। राहुलनगर में गलत तरीके से नाव का संचालन हो रहा है। ग्राम प्रधान की शिकायत पर बुधवार को लेखपाल मोहनलाल राठौर मौके पर पहुंचे। उन्होंने नक्शे के आधार पर पैमाइश की। अधिकांश शारदा की धार राहुलनगर घाट की तरफ पाई गई। उन्होंने बताया कि नदी के उस तरफ भी कुछ पट्टे हैं। दोनों तरफ से अगर जांच होती है तो ही स्थिति स्पष्ट होगी। जांच रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को दी जा रही है।


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