सल्फाइटर टैंक गिरना हादसा या साजिश
पूरनपुर (पीलीभीत) : पूरनपुर चीनी मिल में पेराई सत्र के दौरान जूस सल्फाइटर टैंक धराशायी हो गया था। मि
पूरनपुर (पीलीभीत) : पूरनपुर चीनी मिल में पेराई सत्र के दौरान जूस सल्फाइटर टैंक धराशायी हो गया था। मिल सीजन भर के लिए बंद हो गई। क्षेत्र के किसानों का गन्ना दूसरी चीनी मिलों को डायवर्ट किया जा रहा है। हादसे के बाद चीनी मिल के बंद होने से किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। इस दौरान पहुंचने वाले प्रशासनिक अधिकारियों से किसानों ने टैंक को साजिशन गिराने का आरोप लगाया था। फेडरेशन से तीन सदस्यीय टीम ने मिल पहुंचकर टैंक गिरने के मामले की जांच पड़ताल की।
पूरनपुर सहकारी चीनीमिल के चालू पेराई सत्र में किसान पर्चियों को लेकर दर दर की ठोकरे खा रहे थे। एक एक पर्ची के लिए किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। पूरी क्षमता के साथ मिल के पेराई करने के दौरान अचानक जूस सल्फाइटर टैंक धराशायी हो गया। हादसे के समय यार्ड में तीन से चार सौ गन्ना भरी ट्रालियां मौजूद थीं। टैंक गिरने के बाद अधिकारियों ने उसकी मरम्मत कर पुन: चलाने में लगभग बीस दिन का समय लगना बताया। अच्छी खासी चल रही मिल में अचानक हादसा होने से किसानों की धड़कने बढ़ गई। मोटे और भारी भरकम लोहे के एंगिलों पर रखा जूस सल्फाइटर टैंक का अचानक गिरना किसानों के गले नहीं उतर रहा था। मिल के बंद होने के बाद किसानों ने टैंक को साजिशन गिराए जाने का आरोप लगाकर हंगामा भी किया था। यहीं नहीं मिल पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों से भी किसानों ने टैंक को जानबूझकर गिराने की शिकायत भी की थी। किसानों की समस्या सुनने पहुंचे पूर्व राज्यमंत्री डा. विनोद तिवारी से भी किसानों ने टैंक गिरना हादसा न बताकर योजनाबद्ध तरीके से गिराया जाना बताया था। पूर्व राज्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेकर विभागीय उच्चाधिकारियों से मामले की जांच कराए जाने बात कही थी। हादसे को लेकर मिल के अधिकारी चुप्पी साधे हुए थे। आरोप प्रत्यारोप की भनक फेडरेशन तक पहुंच गई। शुक्रवार को फेडरेशन से चीनी मिल के पूर्व जीएम एएस पोरस, मयंक मोहन व वीपी मिश्र पूरनपुर चीनी मिल पहुंचे। उन्होंने सल्फाइटर टैंक गिरने की जगह का निरीक्षण किया। जांच टीम की रिपोर्ट के बाद ही इस प्रकरण की हकीकत सामने आएगी कि जूस सल्फाइटर टैंक गिरना हादसा है या साजिश।