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बारिश और तेज हवा से फसलों को नुकसान

सोमवार को मौसम का मिजाज फिर बिगड़ गया। दिन भर बादल छाए रहे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 11:09 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 11:09 PM (IST)
बारिश और तेज हवा से फसलों को नुकसान
बारिश और तेज हवा से फसलों को नुकसान

पीलीभीत : सोमवार को मौसम का मिजाज फिर बिगड़ गया। दिन भर बादल छाए रहे। बीच-बीच में जोरदार बारिश होने लगी। तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश होने से अन्नदाताओं को सोचने को मजबूर कर दिया। तेज हवा और बारिश से खेतों में खड़ी धान और गन्ने की फसल बिछ गई हैं, जिससे उत्पादन गिरने की आशंका बढ़ गई है। कृषि वैज्ञानिकों ने खेतों की फसलों को सावधानी से उठाने की सलाह दी है।

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जनपद भर में धान की फसल पकने को तैयार खड़ी है। एक अक्टूबर से सरकारी क्रय केंद्रों पर धान खरीद की तैयारियां चल रही है। ऐसे में वातावरण में बदलाव आ रहा है, जिससे किसानों के माथे पर ¨चता की लकीरें ¨खच गई हैं। सोमवार को सुबह से ही मौसम में बदलाव देखे जा रहे हैं। आसमान में बादल छाए हुए थे, जिससे लोगों को काफी आसानी हुई। हल्की फुल्की पानी की फुहार गिरी। शाम होते ही वातावरण में पूरी तरह बदलाव देखा गया। तीन बजे के करीब आसमान में काले-काले बादल छा गए, जिससे रोड पर अंधेरा छा गया। अंधेरा होने की वजह से दुपहिया और चौपहिया वाहन चालक हेड लाइट का सहारा लेते हुए देखे गए। देखते ही देखते झमाझम बारिश होने लगी। अचानक बारिश होने से लोग जहां-तहां फंस गए। सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले लोगों को काफी दिक्कत हुई। वह गंतव्य को विलंब से रवाना हो सके। तेज हवाओं के साथ तेज बारिश से खेतों में धान और गन्ने की फसल बिछ गई, जिससे पैदावार पर विपरीत असर पड़ेगा।

बीसलपुर : बारिश के साथ तेज हवाएं चलने से क्षेत्र में धान की फसल को भारी क्षति पहुंची है, जिससे किसानों के चेहरों पर उदासी छा गई है। रविवार की रात्रि को बारिश के साथ तेज हवाएं चलने से क्षेत्र के ग्राम मीरपुर वाहनपुर, मुसेली, राजूपुर कुंडरी, चौंसर हरदोपट्टी, मंडरा सुमन, अमृताखास, दौलतपुर हीरा, वरसिया, रंपुरा, रढ़ैता, जसोली-दिवाली, परसिया, अर्जुनपुर, हीरापुर दुही, करनपुर लाइयकराम, खननका उचसिया, गोवल पतिपुरा सहित दो दर्जन से अधिक ग्रामों में दर्जनों किसानों के खेतों में लहलहा रही धान की फसल खेतों में बिछ गई, जिसको देखकर किसान उदास है। ग्रामीणों का कहना है कि धान की फसल खेतों में बिछ जाने से आर्थिक रूप से क्षति का सामना करना पड़ा है। हालांकि राजस्व विभाग ने क्षेत्र में बारिश व तेज हवाओं से धान की फसल की हुई क्षति की सुध नहीं ली गई हैं। तहसीलदार राकेश कुमार मौर्य ने बताया कि इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा धान की फसल खेतों में बिछ जाने की सूचना नही दी गई है।

खेतों में बिछी फसलों को सीधा करें

आज से पहले हुई बारिश से धान और गन्ने की फसल को कोई नुकसान नहीं है। आज की बारिश से धान और गन्ने की फसल को काफी नुकसान होने की उम्मीद है। खेतों में दोनों फसलें गिर गई हैं। धान के खेत में पानी भर गया है, क्योंकि जड़ें काफी कमजोर होती है। ऐसे में पलटे धान को सावधानी से उठाकर किसी का सहारा लगाकर सीधा कर दिया जाए, जिससे धान के दाने खराब नहीं होंगे। जिन खेतों में गन्ना गिरा है। उसे धीरे से खड़ा कर बांध दें। गन्ने का तना जमीन पर न पड़ा रहे। इसका विशेष ध्यान रखा जाए। बारिश होने से दो से चार प्रतिशत का नुकसान हुआ है। अगर बारिश न हो तो फसलें बेहतर होगी।

-डॉ.शैलेंद्र ¨सह ढाका, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र, टांडा बिजैसी पीलीभीत।


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