पीलीभीत: 2.5 घंटे 'हाई वोल्टेज' ड्रामा! मंडी गेट बंद कर किसानों का हंगामा, एसडीएम की दखल के बाद शुरू हुई खरीद
मंडी में किसानों ने गेट बंद कर ढाई घंटे तक हंगामा किया, जिससे तनावपूर्ण स्थिति बन गई। एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद किसानों और प्रशासन के बीच समझौता हुआ, ...और पढ़ें
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मंडी गेट पर धरना देते किसान
संवाद सहयोगी, जागरण, पूरनपुर। मंडी में यूपीएसएस के क्रय केंद्र पर किसान और सेंटर इंचार्ज के बीच विवाद होने पर सभी क्रय केंद्रों पर तौल बंद कर दी गई। इंचार्ज ने तीन लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया है। आक्रोशित किसानों ने मंडी गेट बंद कर ढाई घंटे तक धरना प्रदर्शन किया। एसडीएम ने सीओ के साथ पहुंचकर एजेंसियों के सेंटरों का निरीक्षण किया। खरीद शुरू होने पर मंडी गेट खोला गया।
मंगलवार को कृषि उत्पादन मंडी समिति में लगे यूपीएसएस के तीन नंबर केंद्र के इंचार्ज कृष्ण कुमार और किसानों के बीच करीब 11 बजे विवाद हो गया। सेंटर इंचार्ज ने इसकी जानकारी क्षेत्रीय विपणन अधिकारी प्रदीप कुमार को दी। इसके बाद मंडी के सभी क्रय केंद्रों पर तौल बंद कर दी गई। सेंटर इंचार्ज कृष्ण कुमार का आरोप है कि वह अपने केन्द्र पर बैठकर सरकारी कार्य कर रहे थे।
तीन किसान अपने सात अन्य साथियों के साथ केंद्र पर आ गए। एकराय होकर गालियां देकर लात घूसो से मारने पीटने लगे। केंद्र पर रखे सरकारी अभिलेखों को फाड़ दिया। पास के ही दो अन्य केंद्र प्रभारियों ने बमुश्किल बचाया। आरोपित जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए। घर जाते समय शाम को किसी दिन हत्या करने की धमकी दी।
उधर एएमओ और किसानों में काफी देर तक वार्ता हुई लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। खरीद शुरू नहीं हुई। आक्रोशित किसानों ने साढ़े 12 बजे के करीब मंडी गेट बंद कर तौल शुरू किए जाने की मांग करते हुए धरना शुरू कर दिया। जानकारी पर उपजिलाधिकारी अजीत प्रताप सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी डा. प्रतीक दहिया मौके पर पहुंच गए। किसानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने।
एसडीएम ने यूपीएसएस द्वितीय केंद्र का निरीक्षण किया। वहां मौजूद सेंटर इंचार्ज और सहायक को आवश्यक निर्देश दिए। वहां से एसडीएम मंडी गेट पर पहुंचे और खरीद शुरू कराने की बात कही। लेकिन किसान नहीं माने। एसडीएम फिर किसानों के साथ यूपीएसएस, पीसीयू, पीसीएफ क्रय केंद्रों पर पहुंचे। यूपीएसएस द्वितीय पर किसान बाजारगंज के किसान गगनजीत सिंह ने शिकायत की।
कहा 26 नबंवर से धान पड़ा है। लेकिन तौल नहीं हो रही है। पीसीएफ और पीसीयू के केंद्रों पर भी मौजूद किसानों ने लेट लतीफी तौल होने के आरोप की शिकायत एसडीएम से की। क्रय केंद्रों का निरीक्षण कर मंडी गेट पर पहुंचने पर किसानों ने आरोप लगाया कि एजेंसियों के क्रय केंद्रों पर ठेकेदार हावी है।
किसानों के धान की तौल नहीं की जा रही है। दिन भर वह मंडी में घूमते रहते हैं। जबकि अभी ठेकेदार संबद्ध भी नहीं हुए हैं। बिना डस्टर के धान के मानक का परीक्षण किया जाता है। रोजाना छह सौ क्विंटल तौल अभिलेखों में की जा रही है। इससे वास्तविक किसानों को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। किसानों से वार्ता के ढाई घंटे बाद गेट खुल सका। इसके बाद ही आ जा सके।
शाम तक चला निरीक्षण, फिर भी पूरी हो गई तौल
भाकियू के प्रदेश सचिव स्वराज सिंह ने एसडीएम के सामने खरीद के आनलाइन आकड़ा प्रस्तुत किए। कहा कि मंडी में सोमवार को भी किसानों ने एजेंसियों के खरीद केंद्रों पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। डिप्टी आरएमओ विजय कुमार शुक्ला और एआर सहकारिता प्रदीप सिंह ने मंडी पहुंचकर जांच करते हुए आवश्यक निर्देश दिए थे। शाम चार बजे तक उनका निरीक्षण चला। सभी सेंटरों के प्रभारी मौजूद रहे। इसके बाद भी सभी केंद्रों पर खरीद पूरी कर ली गई। फर्जी खरीद की बात पर अधिकारी जवाब नहीं दे सके।
जिला प्रबंधक ने हरियापुर सेंटर को दी हरी झंडी
किसानों ने सोमवार को क्षेत्र के हरियापुर गांव में लगे क्रय केंद्र पर खरीद न होने, केंद्र तक रास्ता न जाने के आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। डिप्टी ने जिला प्रबंधक को मौके पर जाने और स्वयं निरीक्षण करने करने का आश्वासन दिया था। सोमवार को जिला प्रबंधक ने वहां धान खरीद होने, केंद्र तक रास्ता जाने की बात कहते हुए आल इज वेल कर दिया।
किसान और सेंटर इंचार्ज में विवाद के बाद मंडी गेट बंद कर धरना प्रदर्शन की जानकारी पर निरीक्षण किया गया। किसानों से वार्ता कर खरीद शुरू कर दी गई। सेंटर के निरीक्षण में सब ठीक मिला। केंद्र प्रभारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
- अजीत प्रताप सिंह, उपजिलाधिकारी, पूरनपुर
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