बेसहाराओं का सहारा बनी पुलिस
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की खातिर देशव्यापी लॉकडाउन को प्रभावी ढंग से लागू कराने के लिए पुलिस को डंडे भी चलाने पड़ रहे हैं लेकिन पुलिस का एक मानवीय चेहरा भी उभरकर सामने आ रहा है। पुलिस ने बेसहारा लोगों के लिए भोजन पानी की व्यवस्था कराई है। भूखे प्यासे लोगों के चेहरे पर कुछ सुकून लौटा है।
जासं, पीलीभीत : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की खातिर देशव्यापी लॉकडाउन को प्रभावी ढंग से लागू कराने के लिए पुलिस को डंडे भी चलाने पड़ रहे हैं, लेकिन पुलिस का एक मानवीय चेहरा भी उभरकर सामने आ रहा है। पुलिस ने बेसहारा लोगों के लिए भोजन पानी की व्यवस्था कराई है। भूखे प्यासे लोगों के चेहरे पर कुछ सुकून लौटा है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित ने स्वयं इस कार्य का जायजा लिया। सितारगंज (उत्तराखंड) में मजदूरी कर रहे चार मजदूर पैदल चलकर अपने घर जनपद शाहजहांपुर के निगोही जा रहे थे। पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित को फ़ोन पर सूचना देकर इन म•ादूरों ने अपनी परेशानी बतायी। पुलिस अधीक्षक ने प्रभारी निरीक्षक बरखेड़ा को भेजा। बाद में चारों मजदूरो को थाना परिसर में भोजन कराकर व •ारूरत की अन्य सामग्री देकर सुरक्षित गंतव्य के लिए रवाना किया गया।
पूरनपुर : अन्य प्रदेशों में काम करने वाले लोग अब वापस आने लगे हैं। वाहन न मिलने पर उन्होंने पैदल ही घरों के लिए कूच कर दिया। पूरनपुर और माधोटांडा होकर घरों को जाने वाले लोगों के लिए पुलिस काफी मददगार बन गई है। रास्ते में खाने पीने की कोई व्यवस्था न होने से वह भूखे और प्यासे ही घरों की ओर जा रहे हैं। गुरुवार की रात सीओ योगेन्द्र कुमार और इंस्पेक्टर एसके सिंह ने पिथौरागढ़ से आए 14 लोगों को भोजन कराकर रवाना किया। इसके अलावा गांव मोहब्बतपुर के एक ग्रामीण के घर आटा, चावल, दाल नमक आदि सूचना के बाद उपलब्ध कराया गया।
कोतवाल ने कराया भोजन
माधोटांडा : पिथौरागढ़ से बहराइच लौट रहे लोगों को माधोटांडा इंस्पेक्टर शहरोज अनवर ने थाना के पास रोककर भोजन कराया।