समझौते के नाम पर उगाही पर भड़के ग्रामीण
ऐसा नही कि पीलीभीत में पुलिस दल पर यह पहली बार हमला हुआ है, लेकिन इस बार घटना का जो कारण सामने आया वह खाकी के चरित्र पर सवालिया निशान लगाता है।
पीलीभीत : ऐसा नही कि पीलीभीत में पुलिस दल पर यह पहली बार हमला हुआ है, लेकिन इस बार घटना का जो कारण सामने आया, वह खाकी के चरित्र पर सवालिया निशान लगाता है। थाना गजरौला क्षेत्र के नधा सिसैया में नन्हे लाल व हुलासी राम में निकास रास्ते को लेकर विवाद था, जिसकी सूचना जरा पुलिस चौकी को दी गई। काफी देर तक पुलिस के न पहुंचने पर ग्राम प्रधान सुंदर लाल ने समझौता करवा दिया। इसके बाद शाम चार बजे जरा चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे, जिस पर पुलिस के सामने समझौतानामा प्रस्तुत किया गया। बस इसी बात को लेकर पुलिस भड़क गई और समझौते के लिए चार हजार रुपए की मांग रख दी। ऐसा न करने पर जरा चौकी इंचार्ज और प्रधान के बीच कहासुनी शुरू हो गई। पुलिस ने प्रधान को जब हिरासत में ले लिया तो बात बिगड़ गई और ग्रामीणों व पुलिस के बीच विवाद शुरू हो गया। पुलिस ने दस लोगों के खिलाफ दर्ज की रिपोर्ट
रास्ते के विवाद को लेकर गजरौला क्षेत्र के गांव नदहा में जमकर मारपीट हुई। जिसमें कई लोग घायल हो गए। इस मामले में वादी की ओर से दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है।
गांव नदहा में रास्ते के विवाद को लेकर शाम सात बजे इकट्ठे होकर कई लोग घर के अंदर घुस आए और धारदार हथियारों से हमला बोल दिया जिसमें कई लोग घायल हो गए। इस मामले में नदहा निवासी गुड्डू पुत्र हुलासीराम ने थाना में तहरीर देकर दिलीप, नन्हे, छोटेलाल, पीतांबर, उल्लाह, गोपाल, रामनाथ, अर¨वद, जगवीर, प्रधान सुंदरलाल समेत दस लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में वादी ने कहा है कि सुंदरलाल पुत्र जानकी प्रसाद ने बंके से मेरे पिता हुलासीराम के सिर पर बार किया जिससे वह गंभीर रूप घायल हो गए। हमला रोकने का प्रयास करने पर गाली गलौज कर जान मारने की धमकी दी। थाना पुलिस ने आइपीसी की धारा 452, 147, 148, 149, 323, 324, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।