कागजों में तैयार खिलाड़ी मैदान में हो जाते ढेर
सरकार ने खेल एवं शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य शिक्षा का दर्जा तो दे दिया।
पीलीभीत : सरकार ने खेल एवं शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य शिक्षा का दर्जा तो दे दिया, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे राजकीय इंटर कालेजों में खेल एवं शारीरिक गतिविधियों बुरे दौर में हैं।
ग्रामीण क्षेत्र के कालेजों को छोड़िए जिला मुख्यालय के ड्रमंड राजकीय इंटर कालेज के खेल मैदान पर घास उगी हुई है, जहां पर खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जाने का दावा किया जाता है। इसी वजह से जिले में 22 जीआइसी और जीजीआइसी के खिलाड़ी राज्य और मंडल स्तर पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।
सच तो यह है कि कॉलेजों में खेल एवं शारीरिक शिक्षा के पीरियड नहीं लगाए जा रहे हैं। प्रतियोगिता के दौरान खेल की याद आती है। कुछ जीआइसी और जीजीआइसी में खेल शिक्षक तैनात है, जो सरकार से अच्छा वेतन लेते हैं। इसके बावजूद इन कालेजों से मंडल, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी नहीं निकल पा रहे हैं। इस दिशा में कड़े कदम उठाने होंगे, तभी खेल एवं शारीरिक शिक्षा में सुधार लाया जा सकता है। राजकीय इंटर कालेजों के प्रधानाचार्यों को पत्र जारी करके नए शैक्षिक सत्र से प्रत्येक कालेज से बेहतर खिलाड़ी निकालने की जिम्मेदारी दी जाएगी। लापरवाह खेल शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
संत प्रकाश, जिला विद्यालय निरीक्षक
इंसेट------
ड्रमंड कॉलेज के छात्र देवेंद्र अंडमान में हैं उप राज्यपाल
ड्रमंड राजकीय इंटर कालेज के पढ़े छात्र देशभर में ऊंचे पदों पर आसीन है। यहां के छात्र रहे देवेंद्र कुमार जोशी देश के नौ सेनाध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान समय में वह अंडमान निकोबर द्वीपसमूह के उप राज्यपाल पद पर हैं। शहर की राजाबाग कॉलोनी निवासी नरेश गंगवार राजस्थान राज्य में सेकेंडरी एजूकेशन के प्रमुख सचिव पद पर तैनात है। यूपी टॉपर रहे अमित कुमार ¨सह आइएएस के रूप में सेवा दे रहे हैं।