जब हिचकोले लगें तो समझो आ गई पीलीभीत सीमा
बरेली से पीलीभीत होते हुए हरिद्वार तक जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग जिले की सीमा में गढ्डायुक्त हो गया है।
पीलीभीत : बरेली से पीलीभीत होते हुए हरिद्वार तक जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग जिले की सीमा में तो पूरी तरह बदहाल हो गया है। वाहन में सवार होकर बरेली से यहां के लिए चलने पर जब हिचकोले लगने लगते हैं, तभी लोग समझ जाते हैं कि पीलीभीत जिले की सीमा शुरू हो गई है। हाईवे पर करीब चार किमी तक पक्की सड़क उखड़ चुकी है और उसमें तमाम गड्ढे हो गए हैं। दुपहिया व चौपहिया वाहन लगभग रोज ही दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।
यह हाईवे ललौरीखेड़ा से लेकर जतीपुर तक सबसे खराब हालत में है। पक्की सड़क उखड़ी होने तथा गड्ढों के कारण वाहन चालकों को बड़ी सावधानी बरतनी पड़ती है। सबसे ज्यादा दिक्कत तो दुपहिया वाहनों पर सवार होकर गुजरने वालों को होती है। हाईवे के कारण इस मार्ग पर यातायात का दबाव काफी अधिक रहता है। ऐसे में हर समय धूल का गुबार उड़ता रहता है। सबसे ज्यादा गड्ढे ग्राम बालपुर के पास हैं। यहां से गुजरते समय धूल के गुबार के कारण चालकों को अपने वाहनों की हेडलाइट दिन भी जलानी पड़ जाती है। इस हाईवे का निर्माण कार्य कई साल से रुक रुक कर हो रहा है। इन दिनों तो निर्माण कार्य पूरी तरह बंद चल रहा है। धीमी गति से निर्माण होने के बाबत केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी से भी शिकायत की जा चुकी है। केंद्रीय मंत्री ने दिल्ली में सड़क परिवहन मंत्री से भी समस्या को बताया तो निर्माण फिर तेजी से शुरू हुआ था लेकिन अब फिर से बंद है। विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। बरेली से नवाबगंज तक तो अच्छी सड़क बन चुकी लेकिन पीलीभीत जिले में पड़ने वाले हाईवे के हिस्से पर अभी और काफी काम होना है।
सड़क मार्ग से बरेली जाना आना पड़ जाए तो कई बार सोचना पड़ता है। सड़क इतनी ज्यादा खराब है कि वाहन निकालने में दिक्कतें आती हैं। सावधानी न बरतें तो हादसा हो जाए।
डॉ. आदित्य पांडेय, चिकित्सक
व्यापारियों को अपने कारोबार के सिलसिले में हर हफ्ते बरेली जाना आना होता है। ऐसे में हाईवे की खराब स्थिति से काफी परेशानी का सामना करना पड़ जाता है। निर्माण कार्य जल्द पूरा कराना चाहिए।
जितेंद्र गुप्ता, व्यापारी
बरेली जाने और लौटकर आने पर इतनी थकान हो जाती है कि शरीर दु:खने लगता है। हाईवे पर इतने ज्यादा गड्ढे हो गए हैं कि जरा सी असावधानी होते ही दुर्घटना की आशंका रहती है। निर्माण जल्द पूरा हो।
अनिल कुमार, व्यापारी