खाकी वर्दी की गरिमा का रखेंगे सम्मान
प्रशिक्षण पूरा करने के बाद दीक्षा परेड के दौरान सर्वश्रेष्ठ रिक्रूट चुने गए प्रियांशु राजपूत का कहना है कि उन्हें पुलिस की जो खाकी वर्दी मिली है उसकी गरिमा का हमेशा सम्मान रखेंगे।
पीलीभीत,जेएनएन : प्रशिक्षण पूरा करने के बाद दीक्षा परेड के दौरान सर्वश्रेष्ठ रिक्रूट चुने गए प्रियांशु राजपूत का कहना है कि उन्हें पुलिस की जो खाकी वर्दी मिली है, उसकी गरिमा का हमेशा सम्मान रखेंगे।
गुरुवार को पुलिस लाइन में प्रशिक्षण पूरा करने वाले सभी दो सौ रिक्रूट रंगरूटों की दीक्षा परेड हुई। मुख्य अतिथि डीआइजी राजेश कुमार पांडेय ने बिजनौर जिले के थाना स्योहरा अंतर्गत गांव मकनपुर निवासी रंगरूट प्रियांशु राजपूत को सर्वश्रेष्ठ रिक्रूट के खिताब से नवाजा। प्रियांशु ने पुलिस विज्ञान विषय के तृतीय प्रश्नपत्र की परीक्षा के साथ ही अन्य विषयों में भी प्रथम स्थान हासिल किया। साक्षात्कार में भी पहला स्थान मिला है। जागरण से खास बातचीत में सर्वश्रेष्ठ रिक्रूट ने कहा कि उसे जो पुलिस की यह वर्दी मिली है, इसकी गरिमा का वह हमेशा सम्मान करेगा। उसे अनुशासन की सीख बचपन से ही शिक्षक पिता ब्रजपाल राजपूत से मिली। मां अनीता राजपूत गृहणी हैं। बड़ा भाई हिमांशु राजपूत चंडीगढ़ में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। प्रियांशु की खेलों में भी रुचि है। क्रिकेट और वॉलीबाल प्रिय खेल रहे हैं। उसका कहना है कि पिता ने जो बचपन से ही उसे अनुशासन सिखाया, वह पुलिस ट्रेनिग में बहुत काम आया। ट्रेनिग के दौरान अनुशासन में उसने निपुणता प्राप्त कर ली है। इससे पहले परिवार का कोई सदस्य पुलिस में नहीं रहा है। उसने इस संकल्प के साथ पुलिस सेवा की ओर कदम बढ़ाए कि समाज के लिए कुछ करना है। जहां भी तैनाती मिलेगी और वहां कहीं माहौल खराब होता है तो सबसे पहला काम उसमें सुधार लाने का प्रयास होगा। जिन दो सौ रंगरूटों ने प्रशिक्षण पूरा किया है, उनमें 199 बिजनौर जिले के हैं तथा एक रामपुर जिले का है।