टाइगर रिजर्व में नहीं ले पाएंगे सेल्फी
टाइगर रिजर्व का घना जंगल लोगों को बरबस ही आकर्षित करता है। अक्सर इस आकर्षण में लोग सेल्फी नहीं ले पाएंगे।
पीलीभीत : टाइगर रिजर्व का घना जंगल लोगों को बरबस ही आकर्षित करता है। अक्सर इस आकर्षण में राहगीर या आमजन रुककर सेल्फी लेते हैं, फोटो खींचते हैं। अब न तो सेल्फी ले पाएंगे और न ही ठहरकर आराम फरमा सकेंगे। टाइगर रिजर्व प्रशासन ने टाइगर के लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए सेल्फी लेने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
घने जंगल के भीतर से हैं मार्ग
टाइगर रिजर्व का जंगल पांच रेंज में फैला है। माला, महोफ, हरीपुर, बराही और दियोरिया कलां इसके भीतर की रेंज हैं। इन जंगल में ही दुर्लभ वन्यजीवों के साथ ही बाघ, तेंदुआ और अन्य खतरनाक जीव भी विचरण करते हैं। भीतर ही माला रेंज के जंगल से पीलीभीत-माधोटांडा और पीलीभीत पूरनपुर रोड गुजरती है तो महोफ रेंज के घने जंगल से होकर ही पूरनपुर-खटीमा (उत्तराखंड) मार्ग है।
वाहनों से जीव और जीवों से मनुष्यों को खतरा
रिजर्व प्रशासन के मुताबिक पीलीभीत मुख्यालय से कस्बों के मुख्य मार्ग जुड़े होने पर दोपहिया, चारपहिया के साथ ही अक्सर भारी वाहन भी जंगल से निकलते हैं। वाहनों की तेज रफ्तार से वन्यजीवों को खतरा रहता है। कई बार लोग वाहन रोककर सड़क किनारे ही नहीं, भीतर पेड़ों तक जाकर भी सेल्फी लेते हैं। गर्मी में तो लोग पेड़ों के नीचे चादर बिछाकर आराम करते भी नजर आते हैं। वन्य जीव बहुल्य क्षेत्र में यह बहुत ही खतरनाक है। वैसे भी इन दिनों टाइगर का खतरा काफी बढ़ गया है। कई लोगों की जान जा चुकी है।
जंगल के भीतर वन्यजीव बहुल्य क्षेत्र है। इन्हीं के बीच से मार्ग भी हैं। वन्यजीव कभी भी मनुष्यों पर हमलावर हो सकते हैं। इसी खतरे और आमजन की सुरक्षा के मद्देनजर सेल्फी लेने पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है। जंगल के भीतर से गुजरने वाले सभी मार्गो पर नियमित पेट्रोलिंग कर इसे सुनिश्चित किया जाएगा।
-आदर्श कुमार, उपनिदेशक पीलीभीत टाइगर रिजर्व।