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आढ़तें गुलजार और सूने पड़े धान क्रय केंद्र

जहां धान की आवक से आढ़तें गुलजार होने लगी हैं तो दूसरी तरफ क्षेत्र में खोले गए सरकारी धान खरीद क्रय केंद्र अभी भी सूने दिखाई दे रहे हैं। क्षेत्र में धान की कटाई शुरू हो चुकी है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Oct 2019 05:48 PM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 05:48 PM (IST)
आढ़तें गुलजार और सूने पड़े धान क्रय केंद्र
आढ़तें गुलजार और सूने पड़े धान क्रय केंद्र

संवाद सूत्र, अमरिया (पीलीभीत) : जहां धान की आवक से आढ़तें गुलजार होने लगी हैं तो दूसरी तरफ क्षेत्र में खोले गए सरकारी धान खरीद क्रय केंद्र अभी भी सूने दिखाई दे रहे हैं। क्षेत्र में धान की कटाई शुरू हो चुकी है। जिन किसानों की फसल कट रही है सीधे बिचौलियों के हाथ बिक्री की जा रही है। कुछ किसान सीधे मंडी व पड़ोसी राज्य उत्तराखंड को ले जाकर फसल बेच रहे हैं। जिस कारण अधिकांश क्रय केंद्र सूने पड़े हुए हैं जिन पर अभी तक एक भी दाने की खरीद नहीं हो सकी है। अगर ऐसा ही मामला रहा तो केंद्रों पर आधी भी खरीद नहीं हो सकेगी। कुछ लोगों का कहना था छोटे छोटे किसान हैं। क्रय केन्द्र के चक्कर कौन लगाए। न ही फसल सुखाने की कोई व्यवस्था है, इसलिए बिचौलियों के हाथ बेचना मजबूरी है। फोटो 9 पीआइएलपी 17

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-मौसम काफी खराब रह रहा है इसलिए धान सुखाने का इंतजार कौन करे किसान जल्दबाजी मे सीधे बिचौलियों को फसल बेच रहा है।

मुस्ताक अहमद फोटो 9 पीआइएलपी 18

सरकारी केंद्रों पर धान की तौल के लिए मानक पूरे करना मुश्किल है धान सुखाने की जगह नहीं है केंद्र पर सूखा धान चाहिए जिसको सभी लोगों को करना असंभव है।

अल्ताफ फोटो 9 पीआइएलपी 19

सरकार द्वारा धान खरीद के लिए जो केंद्र खोले गए हैं उसके नियम कठिन हैं। धान को सुखाकर साफ करके लाया जाये फिर तौल में समय बर्बाद होता है। लोगों को केंद्रों पर चक्कर लगाने पड़ते हैं।

विश्राम सिंह


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