Move to Jagran APP

हाथियों ने रौंदी धान व गन्ना की फसल

नेपाली हाथियों को अब शारदा नदी भी नहीं रोक पा रही है। नदी में पानी कम होने से हाथी आसानी से जिले के बार्डर में आ जाते हैं। एक सप्ताह में दूसरी बार आगमन हुआ है। धान व गन्ना की कई एकड़ फसल सोमवार की रात को हाथियों ने बर्बाद कर दिया है। वन्यजीवों के आतंक से किसान भयभीत और परेशान हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 11:36 PM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 11:36 PM (IST)
हाथियों ने रौंदी धान व गन्ना की फसल
हाथियों ने रौंदी धान व गन्ना की फसल

पीलीभीत,जेएनएन : नेपाली हाथियों को अब शारदा नदी भी नहीं रोक पा रही है। नदी में पानी कम होने से हाथी आसानी से जिले के बार्डर में आ जाते हैं। एक सप्ताह में दूसरी बार आगमन हुआ है। धान व गन्ना की कई एकड़ फसल सोमवार की रात को हाथियों ने बर्बाद कर दिया है। वन्यजीवों के आतंक से किसान भयभीत और परेशान हैं।

loksabha election banner

नेपाल की शुक्ला फांटा सेंचुरी से निकलकर हाथी शारदा नदी पार करते हुए कंजरिया घाट से निकलकर सोमवार की रात पीलीभीत टाइगर रिजर्व की बराही रेंज से सटे गांव सेल्हा की आबादी क्षेत्र में पहुंच गए। मंगलवार तड़के खेतों की रखवाली कर रहे किसानों ने हाथियों को देखा तो उन्हें आने का पता चला। अचानक हाथियों के आने से गांववालों में खलबली मच गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय वन विभाग की टीम को दी जिसपर वन दारोगा रामबहादुर अन्य कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच गए। हाथियों को खेतों से भगाने का प्रयास शुरू किया गया। कड़ी मशक्कत के बाद हाथी वहां से तो चले गए लेकिन वह सेल्हा और बाइफरकेशन के बीच में बराही रेंज के जंगल में की तरफ चले गए। सुबह से दोनों हाथी वहीं रुके हुए हैं। हाथियों की मॉनीटरिग के लिए टीम को उनके पीछे लगाया गया है। किसानों ने बताया कि हाथियों ने अमरीक सिंह, बलबिदर सिंह, चंद्र सिंह, हरजीत सिंह की धान और गन्ने की फसल को बर्बाद कर दिया। किसानों की तैयार फसल बर्बाद होने से वह हताश नजर आ रहे हैं। जंगल में नेपाली हाथी रुक जाने से किसानों की फसलें रात में और बर्बाद होने की आशंका है।

गभिया सहराई में हाथियों का उत्पात

नेपाल सीमावर्ती गांव गभिया सहराई में 11 सितंबर की रात दो नेपाली हाथी पहुंच गए थे। उन्होंने कई किसानों के धान और गन्ने की फसल को रौंद दिया था। हालांकि वन विभाग की टीम ने हाथियों को नेपाल की तरफ खदेड़ दिया था। अगर वन विभाग गभिया सहराई में नेपाली हाथियों के आने को लेकर सर्तक होता तो शायद दोबारा से यह हाथी शारदा पार कर दूसरी बार इधर नहीं आते। गुन्हान, गोरखडिब्बी, ढकिया, थारू बस्ती में काफी नुकसान पहुंचा चुके है। पिछली बार भी दो नेपाली हाथी शारदा नदी पार कर इस क्षेत्र में पहुंच गए थे। उन्होंने काफी नुकसान पहुंचाया था। किसान हाथियों द्वारा तबाह की गई फसल बर्बाद देखकर कराह उठे थे।

रामविलास सोमवार की रात नेपाली हाथियों ने कई किसानों के गन्ने और धान की फसल को बर्बाद किया है। तैयार फसल खराब हो जाने से किसान हताश और परेशान नजर आ रहे हैं।

जगतार सिंह

नेपाली हाथी अगर जंगल में रूके तो वह अन्य नुकसान भी करेंगे। नेपाली हाथियों को शीघ्र ही मॉनीटरिग कर शारदा पार उन्हीं के क्षेत्र में खदेड़ दिया जाना चाहिए।

प्रताप सिंह फोटो 15 पीएनपीआर 6

वन विभाग नेपाली हाथियों को रोकने में पूरी तरह से विफल हुआ है। अगर शुरू से ही हाथियों को रोकने का प्रयास किया जाता तो इस बार शारदा नदी पार कर नहीं पहुंच पाते।

गुरप्रीत सिह वर्जन

हाथियों को शारदापार कर नेपाल की तरफ खदेड़ने का प्रयास किया जा रहा है। हाथियों के निकलने के दौरान पैरों से कुछ फसल का नुकसान हुआ है।

-दिनेश कुमार गोयल ,वन क्षेत्राधिकारी बराही रेंज


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.