निश्शुल्क कूड़ेदान बांट रहे मैनी दंपती
तारीख 15 अगस्त 2014। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से स्वच्छ भारत मिशन का एलान किया। इससे प्रभावित होकर रेडीमेड गारमेंट्स कारोबारी अनिल कुमार मैनी और उनकी पत्नी शशि मैनी ने भी स्वच्छता की मुहिम शुरू करने की ठान ली। मैनी दंपती ने सोचा कि उन्हें भी कचरा प्रबंधन के लिए कुछ करना चाहिए।
पीलीभीत,जेएनएन : तारीख 15 अगस्त 2014। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से स्वच्छ भारत मिशन का एलान किया। इससे प्रभावित होकर रेडीमेड गारमेंट्स कारोबारी अनिल कुमार मैनी और उनकी पत्नी शशि मैनी ने भी स्वच्छता की मुहिम शुरू करने की ठान ली। मैनी दंपती ने सोचा कि उन्हें भी कचरा प्रबंधन के लिए कुछ करना चाहिए। बस फिर क्या था, दंपती ने सबसे पहले बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में निश्शुल्क कूड़ेदान बांटना शुरू किया। सरकारी विद्यालयों में जाकर बच्चों को जागरूक किया। उन्हें कचरा प्रबंधन और कूड़ादान का महत्व समझाया। बताया कि कचरा इधर-उधर न फेंके बल्कि कूड़ेदान में डालें। जब यह भर जाए तो शिक्षक के बताए स्थान पर ही ले जाकर डाल दें।
तब से लेकर अब तक मैनी दंपती की यह मुहिम लगातार जारी है। दंपती 75 परिषदीय स्कूलों में कूड़ादान निश्शुल्क मुहैया करा चुके हैं। स्ट्रीट वेंडरों को भी दिए कूड़ेदान
कोविड-19 के कारण स्कूल बंद हुए तो दंपती शहर में सड़क किनारे खानपान सामग्री बेचने वाले स्ट्रीट वेंडरों को कूड़ेदान बांटने लगे। उन्हें इस बात के लिए जागरूक भी करते हैं कि ग्राहकों से कूड़ा उसी में डलवाएं और फिर उसे नगर पालिका के डंपिग प्वाइंट पर ही डालें। इसके अलावा मंदिर, मस्जिद, दरगाह आदि धर्मस्थलों पर जहां भी वे कूड़ेदान का अभाव देखते हैं तो तुरंत उपलब्ध करा देते हैं। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर किया कूड़ादान वितरण कार्यक्रम
पिछले वर्ष महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उन्होंने अपना 15वां कूड़ादान वितरण कार्यक्रम चिरौंजीलाल वीरेंद्र पाल सरस्वती विद्या मंदिर में संपन्न किया। अगले साल का लक्ष्य उन्होंने अभी से तय कर लिया है। उसे नाम दिया है चलो गांव की ओर। वह गांवों में भी कूड़ेदान मुहैया कराने की योजना बना चुके हैं। जन्मदिन पर स्कूल को दिया इज्जतघर का तोहफा
अनिल मैनी ने पिछले साल 29 अक्टूबर को अपना जन्मदिन अनोखे अंदाज में मनाया। उन्होंने न्यू सिटी मांटेसरी स्कूल में आधुनिक सुविधाओं से युक्त शौचालय बनवाकर बच्चों को समर्पित कर दिया।