बराही रेंज में तेंदुआ का शव मिलने से सनसनी
टाइगर रिजर्व के बराही रेंज के जंगल में तेंदुआ का शव मिलने से सनसनी फैल गई।
जेएनएन, पीलीभीत : टाइगर रिजर्व के बराही रेंज के जंगल में तेंदुआ का शव मिलने से सनसनी फैल गई। फील्ड डायरेक्टर, उप निदेशक समेत अन्य विभागीय अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। बाद में अधिकारियों ने दावा किया कि तेंदुआ की मौत किसी वन्य जीव के साथ संघर्ष में हुई है। तेंदुआ का शव पोस्टमार्टम के लिए बरेली स्थित आइवीआरआइ भिजवाया गया है।
बराही रेंज में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए जंगल में गश्त करने के बाबत समय समय पर दिए गए आदेश औपचारिकता साबित हो रहे हैं। जंगल में रोजाना सैकड़ों ग्रामीण लकड़ी लाते देखे जा सकते हैं। बराही रेंज में गुरुवार सुबह बराही पुल से तराई को जाने वाले मार्ग से पश्चिम दिशा में जंगल के अंदर लकड़ी बीनने गए सात झाल कालोनी के लोगों ने तेंदुए का शव पड़ा देखा। ग्रामीण लकड़ी छोड़ वापस भाग आए। किसी तरह यह सूचना सात झाल (सप्त सरोवर) के वन वाचर को मिली तो उसने मौके पर तेंदुए का शव देखने के बाद जानकारी रेंज के वन क्षेत्राधिकारी को दी। जिसपर वन क्षेत्राधिकारी स्टाफ के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव का निरीक्षण करने के बाद इसकी जानकारी डिप्टी डायरेक्टर आदर्श कुमार व फील्ड डायरेक्टर को दी। टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर राजा मोहन व डिप्टी डायरेक्टर भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शव का गहनता से निरीक्षण किया और फिर पोस्टमार्टम के लिए बरेली भिजवाया। देखने में तेंदुआ का शव दो-तीन दिन पुराना बताया जा रहा है। विभागीय अधिकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं।
रमनगरा प्रतिनिधि के अनुसार सेल्हा, पुरैना तालुके महाराजपुर गांव में कुछ दिनों से यह तेंदुआ देखा जा रहा था। करीब एक सप्ताह पहले ही तेंदुए ने पुरैना गांव में गन्ना सेंटर के निकट रहने वाले एक सिख फार्मर के घर में घुसकर बछिया को उठा ले जाने के बाद मार डाला था। तराई क्षेत्र में सीमा से लगे सुंदर नगर बूंदी भूड, नौजलिया आदि गांव में भी एक तेंदुए की दहशत है।
मौके की स्थिति देखने से साफ लग रहा है कि तेंदुआ का किसी दूसरे वन्य जीव के साथ संघर्ष हुआ। इसी में उसकी जान चली गई। जहां तेंदुआ का शव पाया गया, वहां आसपास की झाड़ियां टूटी हुई है, जो वन्य जीवों में संघर्ष का संकेत देती हैं। मृतक तेंदुआ की उम्र के बारे में भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल सकेगा। -आदर्श कुमार, उप निदेशक, पीलीभीत टाइगर रिजर्व