खमरिया माइनर की सफाई न होने से उग आईं झाड़ियां
वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद भी सिचाई विभाग ने अभी तक खमरिया माइनर की सफाई नहीं कराई है। करीब दो वर्षों से कटी पड़ी माइनर को नहीं जोड़ा गया है। किसानों को माइनर का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। झाड़ झंकाड़ उग आने से उसमें पानी भी नहीं छोड़ा जा रहा है।
अमरैया कलां (पीलीभीत): वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद भी सिचाई विभाग ने अभी तक खमरिया माइनर की सफाई नहीं कराई है। करीब दो वर्षों से कटी पड़ी माइनर को नहीं जोड़ा गया है। किसानों को माइनर का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। झाड़ झंकाड़ उग आने से उसमें पानी भी नहीं छोड़ा जा रहा है।
पूरनपुर तहसील की खमरिया माइनर नहर की सिचाई विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते कई माह बीतने के बाद भी साफ सफाई नहीं की गई है। माइनर में पानी न आने से किसान अपनी फसल में पानी नहीं लगा सके। किसानों ने पंपिंग सेट की सहायता से फसल में पानी लगाया। किसानों का कहना है कि इस माइनर में कई महीनों से पानी नहीं आया है। गांव अमरैया कलां के पश्चिम करीब दो वर्षों से कटी पड़ी माइनर को भी नहीं जोड़ा गया है, जबकि विभाग कागजों में हर बार साफ-सफाई के नाम पर गोलमाल कर लेता है। गांव तकियादीनारपुर, अमरैयाकलां, महांदिया और खमरियापट्टी आदि कई गांव के किसानों ने कई वर्षों से इस माइनर में पानी आते हुए नहीं देखा है। क्षेत्र के किसानों ने सिचाई मंत्री को पत्र भेजकर खमरिया माइनर नहर में अभी तक साफ-सफाई न होने की जांच कराकर दो वर्षों से कटी पड़ी माइनर को जुड़वाने की मांग की। पत्र भेजने बालों में महताब सिंह, वीरपाल, कृष्णा सिंह, ओमप्रकाश, सियाराम, मदनपाल, महेश कुमार, नन्दराम, दीनदयाल, लालता प्रसाद, रामभरोसे, राजेश कुमार, रामकुमार, ओमप्रकाश, सुंदरलाल, सुरेश कुमार, सुरेशचन्द्र, राकेश कुमार किसानों के हस्ताक्षर हैं।