शाम ढलते ही डग्गामार वाहन चालकों की चांदी
शहर से शाहजहांपुर तक जाना है तो निजी वाहनों का ही प्रयोग करें क्योंकि पीलीभीत डिपो की एक ही बस शाहजहांपुर के लिए संचालित हो रही है। वर्ष 2018 में पीलीभीत से शाहजहांपुर तक जाने वाली मीटर गेज लाइन को बंद कर ब्राडगेज का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। इसके साथ ही ट्रेन संचालन भी बंद हो गया था।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : शहर से शाहजहांपुर तक जाना है तो निजी वाहनों का ही प्रयोग करें, क्योंकि पीलीभीत डिपो की एक ही बस शाहजहांपुर के लिए संचालित हो रही है। वर्ष 2018 में पीलीभीत से शाहजहांपुर तक जाने वाली मीटर गेज लाइन को बंद कर ब्राडगेज का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। इसके साथ ही ट्रेन संचालन भी बंद हो गया था। दो वर्षो से यात्री डग्गामार वाहनों के सहारे हैं।
शहर से बीसलपुर होते हुए शाहजहांपुर को जाने वाली मात्र एक बस पीलीभीत डिपो से संचालित हो रही है। ऐसे में यात्रियों को शाहजहांपुर तक जाने के लिए या तो निजी वाहनों का प्रयोग करना पड़ता है नहीं तो डग्गामार वाहनों के सहारे शाहजहांपुर तक यात्रा तय करनी होती है। हालांकि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम बीसलपुर तक तो रोडवेज बसों का संचालन कर रहा है लेकिन शाम होते ही परिवहन विभाग यात्रियों को डग्गामार वाहनों के सहारे छोड़ देता है। ऐसे में या तो यात्री डग्गामार वाहनों का सहारा लेते हैं या फिर बीसलपुर की ओर जाने वाले अन्य वाहनों में सवार होकर गंतव्य की ओर रवाना होते हैं।
समय सारिणी न होने से रोडवेज अड्डे पर नहीं जाते यात्री
उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम वैसे तो यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया करने का दावा करता है। बात यदि पीलीभीत डिपो कि करें तो यहां पर बसों की समय सारिणी ही निश्चित नहीं है। समय सारिणी न होने की वजह से यात्रियों को परिवहन निगम की बसों का भरोसा ही नहीं होता। गंतव्य स्थान तक जाने के लिए यात्री डग्गामार वाहनों का इंतजार करते तो दिखाई देते हैं। कई बार ऐसा होता है बसें बगैर यात्रियों के ही दौड़ती नजर आती हैं।
वर्जन
पीलीभीत डिपो की सभी बसें समय से संचालित हो रही हैं। यदि कोई बस चालक लापरवाही करता है तो उसके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई होती है।
-वीके गंगवार,क्षेत्रीय प्रबंधक राज्य सड़क परिवहन निगम