पीलीभीत में सड़क पर शव रख लगाया जाम, पुलिस के खिलाफ नारेबाजी
बिलसंडा में शादी के अगले दिन लापता हुए ग्राम प्रधान लोकेंद्र का शव पेड़ पर लटके मिलने का मामला तूल पकड़ रहा है। रविवार शाम स्वजन तथा अन्य लोगों ने गौहनियां चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की।
पीलीभीत, जेएनएन: बिलसंडा में शादी के अगले दिन लापता हुए ग्राम प्रधान लोकेंद्र का शव पेड़ पर लटके मिलने का मामला तूल पकड़ रहा है। रविवार शाम स्वजन तथा अन्य लोगों ने गौहनियां चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। क्षेत्रीय विधायक रामसरन वर्मा तथा सपा नेता पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा भी वहां पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने बाद में बमरौली चौराहे पर जाम लगा दिया। मौके पर एसडीएम, सीओ समेत भारी पुलिस फोर्स पहुंच गया। पुलिस ने लाठियां भांजकर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया। पुलिस ने मीडियाकर्मियों के भी मोबाइल फोन छीन लिए। बाद में उन्हें वापस कर दिया।
थानाक्षेत्र के गांव सिसैया साहब के प्रधान लोकेंद्र यादव की बरात 10 दिसंबर को लौटी थी। उसी रात वह दवा लाने की बात कहकर घर से निकल गया था। शनिवार शाम उसका शव बिहारीपुर से एक किलोमीटर दूर गन्ने के खेत के पास यूकेलिप्टस के पेड़ से लटका मिला था। जिसके बाद वहां घंटों हंगामा हुआ। किसी तरह पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। रविवार शाम करीब चार बजे पोस्टमार्टम के बाद शव पहुंचा तो स्वजन ने गौहनिया पर जाम लगा कर बिलसंडा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। स्वजन का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस तत्परता दिखाती तो शायद प्रधान की मौत नहीं होती। क्षेत्रीय विधायक रामशरण वर्मा के काफी समझाने के बाद भी प्रदर्शनकारी नहीं माने। इस बीच सीओ ललन सिंह व एसडीएम राकेश गुप्ता ने भी स्वजन को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह सीबीआइ जांच तथा आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। इंस्पेक्टर बिरजाराम ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हैंगिग आई है, लेकिन स्वजन अभी मानने को तैयार नहीं हैं। पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।
पिता की हालत बिगड़ी
मृतक लोकेंद्र यादव के पिता परमाल यादव बेटे की मौत से गहरे सदमे में हैं। रविवार को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनकी हालत चिताजनक बताई जा रही है।