तीसरे दिन भी मंडी में नहीं खुल सके अतिरिक्त धान क्रय केंद्र
मंडी समिति परिसर में स्थापित पांच धान खरीद क्रय केंद्रों पर तौला गया किसानों का धान फैला पड़ा है। इस कारण मंडी में धान तौलवाने आ रहे दूसरे किसानों को गेट के बाहर लाइन लगाकर खड़ा होना पड़ रहा है। जगह न होने के कारण उन्हें टोकन भी जारी नहीं किए जा रहे हैं। धान तौलवाने की समस्या किसानों के आगे अभी भी खड़ी हुई है।
पीलीभीत,जेएनए : मंडी समिति परिसर में स्थापित पांच धान खरीद क्रय केंद्रों पर तौला गया किसानों का धान फैला पड़ा है। इस कारण मंडी में धान तौलवाने आ रहे दूसरे किसानों को गेट के बाहर लाइन लगाकर खड़ा होना पड़ रहा है। जगह न होने के कारण उन्हें टोकन भी जारी नहीं किए जा रहे हैं। धान तौलवाने की समस्या किसानों के आगे अभी भी खड़ी हुई है। तीन दिन बाद भी क्रय केंद्रों की संख्या नहीं बढ़ाई जा सकी है।
मंडी समिति परिसर में क्षेत्रीय कृषकों के धान तौल कराने हेतु जिला प्रशासन ने दो केंद्र मार्केटिग विभाग के प्रथम व द्वितीय, एसएफसी व पीसीएफ के केंद्र धान क्रय करने में लगे हुए हैं, कितु मंडी में कृषक जो अपना धान ला रहे हैं। नमी होने के कारण केंद्र प्रभारी उन्हें मंडी में फैलाकर सुखाने के बाद ही तौल कराने को मजबूर हैं। जिसके कारण कृषकों का दो दो दिन सैकड़ों क्विंटल धान मंडी परिसर में फैला रहता है। इस समस्या को दूर करने के लिए मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद ने मंडी में अन्य केंद्र भी खोलकर किसानों के शीघ्रता से धान क्रय करने के निर्देश उपजिलाधिकारी राकेश कुमार गुप्ता को दिए थे। मंगलवार को मात्र एक क्रय केंद्र मंडी समिति विभाग का खोला गया। इसके अलावा अभी तक अन्य कोई केंद्र नहीं खोला गया है। क्रय केंद्र प्रभारियों ने बताया कि मंडी में क्रय किए गए धान का उठान राइसमिलों की ओर से नहीं किए जाने के कारण अब समस्या दिनोदिन और अधिक जटिल होती जा रही है, जिसके कारण किसानों का धान तौलने की रफ्तार और अधिक धीमी हो जाएगी।