भूखों को प्रतिदिन मिलता भरपेट मुफ्त भोजन
शहर में एक मंदिर ऐसा भी है जहां धार्मिक क्रिया कलापों के साथ ही अपना पेट भरने में अक्षम गरीबों को प्रतिदिन मुफ्त भोजन कराया जाता है। यह सिलसिला पिछले तीन दशकों से अनवरत चल रहा है। इसके लिए कोई कमेटी नहीं है बल्कि भक्तों के सहयोग से ही इस रसोई का संचालन किया जा रहा है।
पीलीभीत,जेएनएन : शहर में एक मंदिर ऐसा भी है, जहां धार्मिक क्रिया कलापों के साथ ही अपना पेट भरने में अक्षम गरीबों को प्रतिदिन मुफ्त भोजन कराया जाता है। यह सिलसिला पिछले तीन दशकों से अनवरत चल रहा है। इसके लिए कोई कमेटी नहीं है बल्कि भक्तों के सहयोग से ही इस रसोई का संचालन किया जा रहा है।
गौरीशंकर रोड पर स्थित सत्य नारायण मंदिर में दोपहर होने से पहले ही ऐसे तमाम लोग एकत्र होने लगते हैं, जिनके पास गरीबी के कारण अपना पेट भरने का इंतजाम नहीं है। इसमें शहर के अलावा आसपास के गांवों के लोग भी शामिल रहते हैं। मंदिर के महंत पंडित संदीप पांडेय बताते हैं कि करीब तीन दशक पहले मंदिर में नियमित रूप से दर्शन करने वाले आने भक्तों ने इसकी आवश्यकता महसूस की थी। नर सेवा को ही नारायण सेवा मानकर गरीबों को मुफ्त भोजन की व्यवस्था उसी समय से शुरू की गई। तब से लगातार दोपहर के समय गरीबों को पंक्ति में बिठाकर भोजन कराया जाता है। भोजन में दाल, सब्जी, रोटी और चावल रहते हैं। जो भक्त इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग करते हैं, वे किसी तरह का प्रचार पाना नहीं चाहते। इसीलिए अपने नाम भी सार्वजनिक नहीं करते। प्रतिदिन दोपहर में गरीबों के लिए भोजन व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए कोई कमेटी नहीं है। सारा सामान भक्तों की ओर से भेजा जाता है। भोजन तैयार करने और भूखे लोगों को खिलाने का कार्य मंदिर के स्टाफ के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। जरूरतमंद गरीबों को पता रहता है कि मंदिर में दोपहर में किस समय भोजन मिलेगा, उस समय से कुछ पहले ही लोग आने लगते हैं।