नवदिया पंचायत भवन पर दबंगों का कब्जा
ग्राम पंचायतों को सचिवालय का दर्जा देने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए अभियान को पलीता लग रहा है।
बीसलपुर (पीलीभीत): ग्राम पंचायतों को सचिवालय का दर्जा देने के लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए अभियान की हालत बद से बदतर होती जा रही है। लाखों की लागत बनाए गए पंचायत भवनों में ताले लटके हैं और दबंगों ने भवन के परिसर पर कब्जा जमाकर उपले थोप रखे हैं। साथ ही अराजक तत्व भवन का कीमती सामान चुराने में लगे हुए है। इसी तरह बीसलपुर विकास खंड क्षेत्र के ग्राम नवदिया सितारगंज स्थित पंचायत भवन बनने के तीन वर्ष के अंदर ही बदहाली के शिकंजे में जकड़ गया है।
ग्राम नवदिया सितारगंज में शासन द्वारा स्वीकृत की गयी लगभग सात लाख रुपये की धनराशि से गांव के बाहर स्थित ग्राम समाज की भूमि पर लगभग तीन वर्ष पूर्व पंचायत भवन का निर्माण कराया गया था। भवन में ग्राम प्रधान का कार्यालय, विभागीय बैठक का आयोजन हेतु हाल, शौचालय व स्नानगृह का निर्माण कराया गया था और उसमें टैंक रखवाकर टंकियां लगायी गयी थीं। भवन में बिजली की फि¨टग का कार्य कराया गया था। मुख्य गेट पर लोहे का चैनल लगाया गया परंतु धनराशि के अभाव में पंचायत भवन की बाउंड्री का निर्माण हो सका और न ही उसकी रंगाई-पुताई हो पायी। भवन बनने के बाद सचिव व ग्राम प्रधान की मौजूदगी में ग्राम पंचायत सदस्यों की मात्र एक बैठक ही आहुत हुई। बैठक न होने पर अराजक तत्वों ने चैनल के ताले तोड़कर भवन के अंदर बिजली फि¨टग व टंकी के पाइप उखेड़ कर उपकरण चोरी कर ले गए और बाद में कुछ लोग भवन के अंदर अपने मवेशियों को बांधने लगे। ग्राम प्रधान द्वारा ताला डाल देने पर गांव के कुछ दबंग लोगों ने भवन परिसर पर उपले थोपना शुरू कर दिया। भवन की हालत दयनीय बनी हुई है। एडीओ पंचायत अवनीश कुमार का कहना है कि शीघ्र ही भवन को अतिक्रमणकारियों से मुक्त करा लिया जाएगा जिससे उसमें बैठक सम्पन्न हो सके।