अभी तक नालों की तलीझाड़ सफाई नहीं
डीएम के निर्देश के बावजूद शहर में नाला सफाई का कार्य तेजी नहीं पकड़ सका है। अधिकतर नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। अगर अच्छी बारिश हो गई तो शहर की सड़कों पर जलभराव की समस्या पैदा होगी जिससे नागरिकों को जूझना पड़ सकता है।
जेएनएन, पीलीभीत : डीएम के निर्देश के बावजूद शहर में नाला सफाई का कार्य तेजी नहीं पकड़ सका है। अधिकतर नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। अगर अच्छी बारिश हो गई तो शहर की सड़कों पर जलभराव की समस्या पैदा होगी, जिससे नागरिकों को जूझना पड़ सकता है।
नगर पालिका परिषद से नाला सफाई के लिए टेंडर प्रक्रिया कई बार की गई। इसके बावजूद नालों की सफाई अभी तक कहीं भी नहीं दिख रही है। शहर में छोटे बड़े कुल लगभग 29 नाले हैं। वर्तमान में ये सभी नाले गंदगी से पटे हुए हैं। रेलवे स्टेशन रोड स्थित विशाल टाकीज के पास वाले नाला की स्थिति सबसे खराब है। इसी तरह लाल रोड का नाला भी गंदगी से पटा है। अन्य नालों का भी कमोवेश यही हाल है। नालों में गंदगी जमा हो जाने के कारण गंदे पानी का बहाव अवरुद्ध है। नालों की सतह पर गंदगी की परत पड़ी हुई है। स्टेडियम रोड के नाले की भी यही दशा है। ऐसे में अगर बारिश हो गई तो शहर की सड़कों पर जलभराव से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने जिले के सभी नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को 15 दिन के भीतर सभी नालों की तलीझाड़ सफाई कराने के निर्देश दे रखे हैं लेकिन फिर भी इसमें तत्परता नहीं बरती जा रही है। सभी नालों की तलीझाड़ सफाई में हर साल बीस से पच्चीस दिन का समय लगता है। ऐसे में इस बार तो मानसून आने तक भी सफाई हो पाना मुश्किल लग रहा है। नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी निशा मिश्रा का कहना है कि नाला सफाई में जल्द ही तेजी लाई जाएगी। निर्धारित अवधि के भीतर ही सभी नालों की तलीझाड़ सफाई सुनिश्चित कराई जाएगी।