दूल्हे को आया चक्कर, दुल्हन ने तोड़ा रिश्ता
जिसका डर था आखिर वही हुआ। नरेश की किस्मत ने फिर उसका साथ नहीं दिया। परिणय सूत्र में बंध जाने के बाद दुल्हन को ससुराल ले जाने की हसरत अधूरी रह गई। शादी की रस्में पूरी होने के बाद विदाई के वक्त दूल्हे को चक्कर आ गया और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। दुल्हन को जब मालूम हुआ कि पहले से ही उसे चक्कर आने की बीमारी है तो उसने लाख समझाने पर भी ससुराल जाने से इन्कार कर दिया। दुल्हन के द्वार से बराती मायूस होकर लौट गए।
बीसलपुर (पीलीभीत) : जिसका डर था आखिर वही हुआ। नरेश की किस्मत ने फिर उसका साथ नहीं दिया। परिणय सूत्र में बंध जाने के बाद दुल्हन को ससुराल ले जाने की हसरत अधूरी रह गई। शादी की रस्में पूरी होने के बाद विदाई के वक्त दूल्हे को चक्कर आ गया और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। दुल्हन को जब मालूम हुआ कि पहले से ही उसे चक्कर आने की बीमारी है तो उसने लाख समझाने पर भी ससुराल जाने से इन्कार कर दिया। दुल्हन के द्वार से बराती मायूस होकर लौट गए। पुलिस ने भी दुल्हन की विदा कराने में वर पक्ष की मदद करने से इन्कार कर दिया।
मामला बिलसंडा थाना क्षेत्र के ग्राम मवैया का है। गांव के नरेश कुमार की 3 अप्रैल को शादी थी। रिश्ता दियोरिया कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रहमानगंज निवासी एक ग्रामीण की बेटी के साथ तय हुआ था। दिन में ही विवाह समारोह का आयोजन रखा गया। धूमधाम से बरात बैंडबाजों के साथ दुल्हन के द्वार पर पहुंची। चिलचिलाती धूप में ही बरातियों ने डांस किया। वधू पक्ष ने बरातियों की खातिरदारी में कोई कसर नहीं छोड़ी। शाम को जब भांवरे पड़ने का समय आया तो दूल्हे के परिजन परेशान होने लगे। बताते हैं कि दूल्हे को चक्कर आकर बेहोश हो जाने की बीमारी थी। वर पक्ष ने यह बात वधू पक्ष से छिपाई थी, इसीलिए वर पक्ष किसी तरह भांवरे पड़ जाने के लिए अंदर ही अदंर ईश्वर से प्रार्थना कर रहा था। भांवरे तो सकुशल पड़ गईं। दहेज का सामान गाड़ी में लदने लगा। उधर दुल्हन ससुराल जाने के लिए तैयार होने लगी, तभी अचानक दूल्हा नरेश को चक्कर आ गया और वह गश खाकर गिर पड़ा तथा बेहोश हो गया। चिकित्सक को बुलाया गया उपचार करने पर कुछ देर में ही उसे होश तो आ गया परंतु दुल्हन से किसी ने यह कह दिया कि पहले ही दूल्हे को चक्कर आकर बेहोश होने की बीमारी है, इसीलिए तीन साल पहले शादी का रिश्ता टूट गया था। दुल्हन ने जब हकीकत जानी तो उसके होश उड़ गए। उसने दूल्हे के साथ जाने से साफ इन्कार कर दिया। हालांकि वर पक्ष ने दुल्हन को काफी समझाया। घंटों पंचायत होती रही। रात हो जाने के कारण बरातियों को वहीं रुकना पड़ा। अगले दिन भी फिर दोनों पक्षों ने बात की परंतु वधू पक्ष दुल्हन के सहमत न होने के कारण उसे विदा नहीं करने पर अड़ा रहा। अंतत: दोनों पक्षों में समझौता नहीं हो पाया। इस बीच वर पक्ष ने सूचना देकर पुलिस को भी बुला लिया। पुलिस के सामने भी दुल्हन ने दूल्हे को चक्कर आने की बीमारी होने के कारण साथ जाने से साफ इन्कार कर दिया। पुलिस ने वर पक्ष की मदद करने से इन्कार कर दिया। मायूस होकर दूल्हा बरातियों के साथ बिना दुल्हन के घर लौट गया।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप