निर्धारित समय पर ही निकल सकेंगे डेयरी के पशु
डेयरी के पशु अब हर समय सड़कों पर विचरण नहीं कर सकेंगे। जिलाधिकारी पुलकित खरे के निर्देश पर नगर पालिका प्रशासन ने डेयरी संचालकों की बैठक लेकर पशुओं के निकलने का समय निर्धारित कर दिया है। तय समय के अलावा डेयरी के पशु सड़कों पर घूमते पाए गए तो संबंधित डेयरी संचालक से जुर्माना वसूला जाएगा।
पीलीभीत,जेएनएन : डेयरी के पशु अब हर समय सड़कों पर विचरण नहीं कर सकेंगे। जिलाधिकारी पुलकित खरे के निर्देश पर नगर पालिका प्रशासन ने डेयरी संचालकों की बैठक लेकर पशुओं के निकलने का समय निर्धारित कर दिया है। तय समय के अलावा डेयरी के पशु सड़कों पर घूमते पाए गए तो संबंधित डेयरी संचालक से जुर्माना वसूला जाएगा।
गुरुवार को नगर पालिका परिषद कार्यालय में शहर के डेयरी संचालकों की बैठक बुलाई गई। पालिकाध्यक्ष विमला जायसवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में अधिशासी अधिकारी निशा मिश्रा ने डेयरी संचालकों से कहा कि किसी भी समय पशुओं को सड़कों पर निकाल देने से राहगीरों को समस्या का सामना करना पड़ता है। साथ ही यातायात में भी अक्सर बाधा आ जाती है। विचार-विमर्श के बाद तय किया गया कि सुबह आठ से दस बजे के बीच तथा दोपहर में दो से तीन बजे तक ही डेयरी के पशु सड़कों से निकाले जाएंगे। सख्ती से पालन किया जाए। इस अवधि के अलावा अगर किसी डेयरी के पशु सड़क पर पाए गए तो जुर्माना वसूला जाएगा। बार-बार ऐसा हुआ तो लगातार जुर्माना के साथ ही एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी। बैठक में डेयरियों से निकलने वाले गोबर का भी मुद्दा उठा। कहा गया कि आबादी के बीच गोबर इकट्ठा नहीं होना चाहिए। संक्रामक रोग फैल सकते हैं। गोबर को शहर के बाहर ले जाएं अथवा उसी दिन अपने यहां उपले बनाने का कार्य कर लें। नालियों में गोबर बिल्कुल नहीं बहाया जाए। डेयरी संचालकों ने कहा कि उनका गोबर नगर पालिका उठवा ले। इसका जो भी खर्च तय किया जाएगा, उसे वे देने के लिए तैयार हैं। बैठक के बाद ईओ ने बताया कि गोबर उठाने के रेट पालिका बोर्ड की बैठक में तय होंगे। डेयरियों से निकलने वाले गोबर को खाद के लिए बनाए गए गड्ढों में डलवाकर उसका निस्तारण कराया जाएगा।