Move to Jagran APP

.. तो मलिन बस्तियां भगवान भरोसे

अक्सर कहा जाता है कि जागरूकता और सजगता से गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से बचा जा सकता है। पढ़े-लिखे एवं संभ्रांत लोगों को काफी जागरूक माना जाता है लेकिन जनपद में डेंगू के मामले में स्थिति इसके उलट दिखाई दे रही है। पहले ऑफीसर्स कॉलोनी और उसके बाद जिला कारागार स्थित आवासीय कॉलोनी दोनों ही कॉलोनियों में अधिकारी व अन्य सरकारी कर्मचारी परिवार समेत रहते हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Nov 2020 12:45 AM (IST)Updated: Thu, 05 Nov 2020 12:45 AM (IST)
.. तो मलिन बस्तियां भगवान भरोसे
.. तो मलिन बस्तियां भगवान भरोसे

पीलीभीत,जेएनएन : अक्सर कहा जाता है कि जागरूकता और सजगता से गंभीर बीमारियों की चपेट में आने से बचा जा सकता है। पढ़े-लिखे एवं संभ्रांत लोगों को काफी जागरूक माना जाता है लेकिन जनपद में डेंगू के मामले में स्थिति इसके उलट दिखाई दे रही है। पहले ऑफीसर्स कॉलोनी और उसके बाद जिला कारागार स्थित आवासीय कॉलोनी, दोनों ही कॉलोनियों में अधिकारी व अन्य सरकारी कर्मचारी परिवार समेत रहते हैं। इन कॉलोनियों के परिसर से डेंगू का लार्वा पाया गया है। अब तक कुल सात जगहों से डेंगू का लार्वा पाया गया है जिसमें छह घर सरकारी अधिकारियों अथवा कर्मचारियों के हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि जब पढ़े-लिखे, जागरूक व संभ्रांत लोगों के घर में यह स्थिति है तो मलिन बस्तियों का क्या हाल होगा। अगर मलिन बस्तियों की जांच में डेंगू का लार्वा पाया जाता है तो डेंगू के कई केस सामने आने की आशंका बढ़ जाएगी।

loksabha election banner

फिलहाल मलेरिया विभाग ने सिटी मजिस्ट्रेट के डेंगू पॉजिटिव होने के बाद कमर कस ली है। अब लार्वा ढूंढने के लिए तेजी से अभियान चलाए जा रहे हैं। हालांकि अभी तक किसी मलिन बस्ती में मलेरिया विभाग की टीम द्वारा जांच नहीं की गई है। बता दें, गत वर्ष काला मंदिर, नौगवां पकड़िया, मुहल्ला बेनी चौधरी, मुहल्ला डालचंद, मोहल्ला फारुख, नखासा आदि कई मलिन बस्तियों में डेंगू का भयंकर प्रकोप देखने को मिला था। उसका प्रमुख कारण इन बस्तियों में फैली गंदगी व जलभराव है जो आज भी वैसे का वैसा ही है।

वर्जन-

ऑफिसर्स कॉलोनी व अन्य सरकारी आवासीय कॉलोनियों में कई घरों में कूलर व खाली पात्रों में पानी भरा पाया गया था जो डेंगू का लार्वा बनने के लिए अनुकूल होता है। ऐसे सभी स्थानों से पानी फेंककर साफ-सफाई कराई गई है। साथ ही, दवा का छिड़काव भी कराया है। मलिन बस्तियों के लिए भी अभियान की रूपरेखा तैयार की गई है। जल्द ही अभियान चलाकर जांच की जाएगी।

- राजीव मौर्या, सहायक जिला मलेरिया अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.