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यूपी में अपराध कार्यप्रणाली ब्यूरो का गठन

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन को लागू हुए दो माह से ज्यादा वक्त हो चुका है। यूपी में कोरोना पॉजिटिव केस भले ही बढ़ रहे हों लेकिन सरकार ने लॉकडाउन की बाबत कई तरह की रियायतें दे दी हैं। जिस कारण अब धीरे धीरे लॉकडाउन से लोग बाहर आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 10:32 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 10:32 PM (IST)
यूपी में अपराध कार्यप्रणाली ब्यूरो का गठन
यूपी में अपराध कार्यप्रणाली ब्यूरो का गठन

जेएनएन, पीलीभीत: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए देशव्यापी लॉकडाउन को लागू हुए दो माह से ज्यादा वक्त हो चुका है। यूपी में कोरोना पॉजिटिव केस भले ही बढ़ रहे हों, लेकिन सरकार ने लॉकडाउन की बाबत कई तरह की रियायतें दे दी हैं। जिस कारण अब धीरे धीरे लॉकडाउन से लोग बाहर आ रहे हैं। ऐसे में राज्य में अपराधों का ग्राफ बढ़ने की भी आशंका जताई जा रही है। जिसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश में अपराधों पर नियंत्रण पाने के लिए अपराध कार्यप्रणाली ब्यूरो का गठन किया गया है। इस बाबत पुलिस महानिदेशक की ओर से सभी पुलिस कप्तानों को पत्र भेजा गया है। जिला स्तर पर ब्यूरो से संबंधित जानकारियां देने के लिए जल्द ही कार्यशाला आयोजित किए जाने का आदेश दिया गया है। ऐसे काम करेगा ब्यूरो

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यूपी में घटित होने वाले गंभीर और सनसनीखेज अपराधों को अंजाम देने के तौर तरीकों का प्रभावी विश्लेषण करते हुए भविष्य में होने वाले अपराधों की रोकथाम और उनके सफल खुलासा करने में सहयोग देने के लिए अपराध कार्यप्रणाली ब्यूरो का गठन किया गया है। इस ब्यूरो में खास तौर पर गंभीर व सनसनीखेज हत्या, भाड़े पर हत्या, डकैती, दोपहिया वाहन से लूट. बैंक व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों में डकैती, लूट. एटीएम मशीन को नुकसान पहुंचाकर चोरी, नकबजनी, घरों में चोरी, गोवध, गोतस्करी, मूर्ति चोरी, माफिया गिरोह, मानव तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध शस्त्रों की तस्करी, जाली करेंसी, लूट का सामान का खरीद, जालसाजी, गबन, फिरौती के लिए अपहरण, जहरखुरानी आदि अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों का पूरा डाटा उनकी कार्यप्रणाली के आधा्र पर कैटेगरी बांटकर रिकार्ड किया जाएगा। प्रत्येक जनपद के डीसीआरबी प्रभारी अपने जिले में उक्त अपराधों के बारे में पूरा ब्योरा उपलब्ध कराएंगे। साथ ही प्रत्येक माह के प्रथम एवं तीसरे सप्ताह में इसकी पाक्षिक अपराधों की रिपोर्ट के साथ उक्त विवरण भी पुलिस अधीक्षक राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो को मुहैया कराएंगे। यह ब्यूरो पुलिस अधीक्षक राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो के नियंत्रण में कार्य करेगा। जिसका सुपरवीजन अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं द्वारा किया जाएगा। ब्यूरो के कुशल संचालन के लिए एक पुलिस उपाधीक्षक, एक निरीक्षक,दो उपनिरीक्षक, एक हेड कांसटेबिल तथा चार कंप्यूटर आरक्षी तैनात होंगे। इनकी तैनाती कम से कम पांच वर्ष होगी। पुलिस महानिदेशक की ओर से यूपी में अपराध कार्यप्रणाली ब्यूरो का गठन किया गया है। ब्यूरो से संबंधित आवश्यक दिशानिर्देशों का अनुपालन कड़ाई से किए जाने के लिए जिले के सभी पुलिस अफसरों को निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही जिला स्तर पर कार्यशाला आयोजित कर ब्यूरो की कार्यप्रणाली के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएंगी।

- अभिषेक दीक्षित, एसपी


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