झूला की पालकी टूटने से दंपती की मौत
न्यूरिया थाना क्षेत्र के जोशी कॉलोनी में नवरात्र मेला के दौरान झूला की पालकी टूटने से दंपती की मौत हो गई। हादसे में दंपती का आठ वर्षीय पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के लिए बरेली रेफर कर दिया गया है। झूला मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
पीलीभीत : न्यूरिया थाना क्षेत्र के जोशी कॉलोनी में नवरात्र मेला के दौरान झूला की पालकी टूटने से दंपती की मौत हो गई। हादसे में दंपती का आठ वर्षीय पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के लिए बरेली रेफर कर दिया गया है। झूला मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। हालांकि अभी तक कोई भी आरोपित गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस बीच पुलिस ने झूला बंद करा दिया है।
उत्तराखंड के रुद्रपुर के नजदीक स्थित शिवनगर निवासी 32 वर्षीय अशोक कुमार की ससुराल न्यूरिया थाना क्षेत्र के जोशी कॉलोनी में है। अशोक कुमार पत्नी 28 वर्षीय बंसती और आठ वर्षीय बेटा गौरव के साथ सुसराल आए थे। जोशी कालोनी में इन दिनों नवरात्र मेला चल रहा है। शुक्रवार की रात अशोक पत्नी और बेटा के साथ मेला में पहुंचे। झूला पर तीनों लोग बैठ गए। झूला पूरी स्पीड से चलने लगा, तभी अचानक झूले की जिस पालकी पर अशोक परिवार के साथ बैठे थे। वह टूटकर नीचे गिर पड़ी। पालकी समेत तीनों लोग भी नीचे गिर गए। हादसे से वहां अफरा तफरी मच गई। तीनों घायलों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां पर डाक्टर ने अशोक कुमार को मृत घोषित कर दिया। पत्नी बंसती और बेटा गौरव का तत्काल उपचार शुरू कर दिया था। उपचार के दौरान शनिवार सुबह बसंती ने भी दम तोड़ दिया। बेटा की हालत बिगड़ने पर उसे बरेली रेफर कर दिया गया। बसंती के मायके वालों का रो रोकर बुरा हाल है। बंसती के पिता देवेंद्र मंडल ने हादसे की बाबत झूला मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ न्यूरिया थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। झूला मालिक और कर्मचारी मौके से फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
झूला की नहीं मेला की थी अनुमति
जोशी कॉलोनी में नवरात्र मेला का आयोजन तो कई वर्षो से हो रहा है। मेला कमेटी के लोगों ने मेला आयोजन की अनुमति तो ली थी, लेकिन झूला की अनुमति नहीं ली। मेला की अनुमति होने के बाद भी न्यूरिया पुलिस ने मेला में ड्यूटी नहीं लगाई। पुलिस ने जांच करने की जहमत भी नहीं उठाई थी। पुलिस की लापरवाही की जांच करेंगे सीओ सदर
जोशी कॉलोनी में नवरात्र मेला की अनुमति के बाद भी थाना पुलिस ने किसी की ड्यूटी नहीं लगाई गई थी। मेला में पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। इतना बड़ा मेला होने के बाद न एंबुलेंस और फायर सर्विस और न ही सिपाही की ड्यूटी न होना पुलिस की लापरवाही को उजागर कर रहा है। मामला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद थानाध्यक्ष की फटकार लगाते हुए मौके पर भेजा गया। एसपी ने इस घटना में पुलिस की लापरवाही की जांच सीओ सदर योगेंद्र कुमार को सौंपी है। जोशी कॉलोनी में नवरात्र मेला की अनुमति होने के बाद भी पुलिस ड्यूटी में क्यों लापरवाही बरती दी गई। इस संबंध में सीओ सदर को जांच सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
- मनोज कुमार सोनकर, पुलिस अधीक्षक।