देर तक छाया रहा कोहरा, बढ़ी ठिठुरन
मौसम - ²श्यता कम होने के कारण वाहन हेडलाइटें जलाकर रेंगते रहे - सुबह घने कोहरे के दौरान ठिठुरते हुए स्कूलों में पहुंचे बचे फोटो-22पीआइएलपी-3 4 फोटो 22 बीएसएलपी 1
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : सुबह से समय वातावरण में कोहरा इतना घना रहा कि चंद मीटर की दूरी का भी कुछ दिखाई नहीं पड़ा। ऐसे में सड़कों पर हेडलाइटें जलाकर चालकों ने अत्यंत धीमी गति से वाहन निकाले। कोहरे के दौरान अत्यधिक ठंड रही। तमाम बच्चे घने कोहरे के बीच ठिठुरते हुए स्कूलों में पहुंचे। स्कूलों में शीत अवकाश कई बार बढ़ाया गया लेकिन इस बार ठंड का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
वैसे तो कोहरा पिछले कई दिनों से सूर्य की चमक को फीका किए हुए है। बीच में एक-दो दिन तो आसमान पर जम जाने वाली कोहरे की परत ने सूर्य को चमकने ही नहीं दिया। बुधवार की सुबह तो वातावरण में कोहरा इतना घना रहा कि लोग परेशान हो उठे। सबसे ज्यादा दिक्कत वाहन चालकों को रही। जो लोग वाहन लेकर बाहर निकले हुए थे। उन्हें घने कोहरे के कारण गंतव्य तक पहुंचने में काफी समय लग गया। ²श्यता काफी घट जाने के कारण हेडलाइटें जलाने के बावजूद चालकों को बड़ी सावधानी से अत्यंत धीमी गति से अपने वाहन निकालने पड़े। इस दौरान अत्यधिक ठंड होने के कारण कई स्थानों पर लोग आग के सहारे राहत पाने की कोशिश करते देखे गए। दोपहर में कोहरा छंटने पर जब धूप खिली तो लोगों को कुछ राहत मिल सकी। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र सिंह ढाका के अनुसार कई दिनों से तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। साथ ही बर्फीली हवा चलने की वजह से ठंड फिर बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि बुधवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री तथा न्यूनतम 5.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जबकि एक दिन पहले अधिकतम तापमान 17 डिग्री व न्यूनतम 6.9 डिग्री सेल्सियस रहा। उससे पहले अधिकतम तापमान 19 डिग्री और न्यूनतम 7.5 डिग्री तक पहुंच गया था तो ठंड से कुछ राहत मिल गई थी। डॉ. ढाका के मुताबिक अगले दो दिन तक मौसम ऐसा ही रहने की संभावना है।
बीसलपुर : धूप निकलने से लोगों ने राहत की सांस ली। कई दिनों से पड़ रही ठंड के बाद बुधवार को सूर्यदेव के दर्शन हुए तो पशु पक्षी छतों पर धूप का आनंद लेते दिखे। लोगों ने भी धूप में बैठकर राहत महसूस की। हालांकि सुबह व शाम को बर्फीली हवाएं चलने से ठंड का ज्यादा असर बना रहा। रात्रि में कई स्थानों पर लोगों ने अलाव जलाकर तापा। तहसीलदार विजय कुमार त्रिवेदी ने रैन बसेरा कक्ष का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखीं।