मतदान के कारण बंद रहा बाजार
मतदान के दिन घोषित सार्वजनिक अवकाश के चलते शहर का पूरा बाजार बंद रहा। हालत यह रही चाय की दुकानें और पान के खोखा भी नहीं खुले। ऐसे में लोगों को चाय पीने के लिए काफी भटकना पड़ा। किसी गली नुक्कड़ में छोटी सी दुकान दिखते ही लोग उधर पहुंच जाते। बाजार बंद रहने के कारण दूध के साथ ही फल-सब्जी की भी किल्लत से लोगों को जूझना पड़ा।
पीलीभीत : मतदान के दिन घोषित सार्वजनिक अवकाश के चलते शहर का पूरा बाजार बंद रहा। हालत यह रही चाय की दुकानें और पान के खोखा भी नहीं खुले। ऐसे में लोगों को चाय पीने के लिए काफी भटकना पड़ा। किसी गली, नुक्कड़ में छोटी सी दुकान दिखते ही लोग उधर पहुंच जाते। बाजार बंद रहने के कारण दूध के साथ ही फल-सब्जी की भी किल्लत से लोगों को जूझना पड़ा।
मंगलवार को यहां वैसे भी साप्ताहिक बंदी का दिन रहता है लेकिन फिर भी कई स्थानों पर दुकानें खुली रहती रही हैं। सहालग होने पर तो साप्ताहिक बाजार बंदी ज्यादा प्रभावित नहीं रहती लेकिन लोकतंत्र के इस महापर्व पर अभूतपूर्व बाजार बंदी देखी गई। गांवों से आने वाले दूधिये भी आज कम ही आए। बाजार बंदी की सूचना पहले से होने के कारण विभिन्न कंपनियों के पैकेट बंद दूध की सप्लाई भी नहीं हुई। मंडी दो दिन से बंद चल रही है। ऐसे में फल-सब्जी की भी आवक नहीं हुई। शहर में कुछ फल-सब्जी की कुछ स्थाई दुकानें हैं लेकिन मतदान दिवस के कारण आज वे भी बंद रहीं। ऐसे में लोगों को दूध के साथ ही फल-सब्जी की किल्लत से भी जूझना पड़ा। स्टेशन रोड बाजार, जेपी रोड, लोहा मंडी, पुरानी गल्ला और सब्जी मंडी, स्टेडियम रोड छतरी चौराहा, स्टेशन चौराहा आदि हर जगह दुकानें बंद दिखी। स्थिति यह रही कि चाय की दुकानों से लेकर पाने के खोखा तक बंद रहे। ऐसे में अपना वोट डालने के बाद इधर-उधर घूमकर वक्त काटने वालों को जब चाय की तलब लगी तो उन्हें भटकना पड़ा। गली, नुक्कड़ पर अगर चाय की कोई दुकान खुली दिख गई तो लोग वहीं पहुंच जाते। कुछ देर बाद पता चला कि चाय वाले के पास दूध खत्म हो गया है। ऐसे में वह भी दुकान बंद करते चलता बना।