तराई में शीतलहर से जनजीवन प्रभावित
दिन में अच्छी धूप खिलने के बाद भी तराई के जिले में शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है।
पीलीभीत : दिन में अच्छी धूप खिलने के बाद भी तराई के जिले में शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है। सुबह और शाम को ठंड इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि लोगों को राहत पाने के लिए आग का सहारा लेना पड़ जाता है। सुबह के समय तमाम बच्चे ठंड में ठिठुरते हुए अपने स्कूल पहुंचते हैं। सायं को सूर्य ढलते ही वातावरण में गलन बढ़ जाती है।राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र ¨सह ढाका के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 19.4 तथा न्यूनतम 4.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। उनका कहना है कि शीतलहर की यह स्थिति फिलहाल अभी कई दिनों तक इसी तरह बनी रहेगी। दिन में अच्छी धूप खिल रही है। ऐसे में लोग कुछ देर धूप का आनंद लेना नहीं भूलते लेकिन जैसे ही धूप से हटते हैं तो ठिठुरन महसूस करने लगते हैं। सायं को सूर्य ढलते ही वातावरण में गलन बढ़ने लगी। ऐसे में तमाम लोगों ने आग का सहारा लेते हुए राहत पाने का प्रयास किया। बाजार में भी ठंड के कारण चहल-पहल में कमी आई।
बीसलपुर: शीतलहर व कोहरे से जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। दोपहर में धूप निकलने के बाद भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल पाई। बाजार में भी ठंड का असर दिखाई दिया। जिससे ग्राहकों की भीड़भाड़ कम रही। शुक्रवार को सुबह से आसमान में बादल व कोहरा छा गया शीत हवाएं चलने लगीं। ठंड से बचने को लोग जगह जगह अलाव जलाकर तापते देखे गए। पालिका प्रशासन ने मुहल्ला ग्यासपुर, बख्तावरलाल, दुर्गा प्रसाद, पटेल नगर कालोनी, हबीबुल्ला खां शुमाली व जुनूबी समेत एक दर्जन मुहल्लों में अलाव जलवाए। शाम को जलवाए गए अलाव का पालिकाध्यक्ष डॉ. नूर अहमद अंसारी ने जायजा लिया। ग्रामीण अंचलों में भी पूरे दिन ठंड का असर बना रहा।