थोड़ी खुशी के साथ निराशा भी
पीलीभीत : आधी आबादी ने बजट पर मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। महिलाओं का कहना है कि वित्त मंत्री
पीलीभीत : आधी आबादी ने बजट पर मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। महिलाओं का कहना है कि वित्त मंत्री ने अपने बजट में महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए कुछ भी नहीं किया है। साथ ही इनकम टैक्स में छूट की सीमा बढ़ने की सभी लोग उम्मीद कर रहे थे, लेकिन वित्त मंत्री ने इस मामले में निराश किया है। छूट की सीमा ढाई लाख से बढ़ाकर कम से कम तीन लाख तो की ही जानी चाहिए थी। अलबत्ता पूरे देश में पचास करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिलाने की जो बजट में घोषणा की गई है। स्वागत करना चाहिए। तमाम लोग ऐसे हैं जो बीमार पड़ जाने पर इलाज का महंगा खर्च नहीं उठा पाते। ऐसे लोगों को इस बीमा योजना से काफी मदद मिल जाएगी। इसके अलावा गांवों में एक करोड़ और शहरों में 37 लाख आवास बनाने का लक्ष्य भी सुखद है। बशर्ते कि यह पूरा होना चाहिए। आवास आवंटन में किसी तरह का पक्षपात न हो। वाकई जो गरीब हैं और अपना घर नहीं बनवा पा रहे, इन्हें ही इसका लाभ दिया जाए। तभी इसकी सार्थकता होगी।
वित्त मंत्री ने अपने बजट में ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया है, जिससे लगातार बढ़ रही महंगाई पर प्रभावी ढंग से अंकुश लग सके। रसोई गैस की कीमत लगातार बढ़ाई जा रही है। इससे लोगों का घरेलू बजट प्रभावित हो रहा है लेकिन बजट में कई अच्छे प्रावधान भी किए गए हैं। इसका क्रियान्वयन सही ढंग से हो।
सीमा राना, मुहल्ला थान ¨सह
सभी लोग ये अपेक्षा कर रहे थे कि इस बार बजट में आयकर से छूट की सीमा अवश्य कुछ न कुछ बढ़ेगी लेकिन निराशा ही हाथ लगी है। रोजमर्रा जरूरत की चीजें लगातार महंगी हो रही लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं है। सरकार ने महिलाओं को इस बजट से निराश किया है।
अंजली अग्रवाल, मुहल्ला शेखचांद
गरीबों के लिए आवास बनाने की बजट में घोषणा की गई है। यह काफी अच्छा प्रयास है लेकिन महंगाई से भी राहत दिलाने के उपाय किए जाने चाहिए थे, इसका बजट में अभाव दिखा है। स्वास्थ्य बीमा की नई योजना को लागू किया जाना अच्छी बात है।
नमिता, मुहल्ला तखान
बजट को भविष्य ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। यह दूरगामी सोच का बजट है। शिक्षा और रोजगार जैसे अहम मुद्दों को वित्त मंत्री ने ध्यान में रखा है। हालांकि आयकर में छूट की सीमा को नहीं बढ़ाया गया, इससे लोगों को निराशा मिली है।
आकांक्षा अग्रवाल, मुहल्ला शेखचांद