अंजली मौर्य चुनी गईं ईको चाइल्ड
टाइगर रिजर्व के ईको पर्यटन केंद्र चूकाबीच की सैर करने के लिए टूरिस्ट जा रहे हैं।
पीलीभीत : टाइगर रिजर्व के ईको पर्यटन केंद्र चूकाबीच की सैर करने के लिए टूरिस्ट जा रहे हैं, जहां पर वन और वन्यजीवों के दर्शन कर लाभ उठा रहे हैं। प्रश्न प्रतियोगिता में अंजली मौर्य को ईको चाइल्ड चुना गया और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
महोफ रेंज के ईको पर्यटन केंद्र चूकाबीच पर 15 नवंबर से पर्यटन सीजन शुरू हो गया है। देश-विदेश से टूरिस्टों के साथ ही स्कूली बच्चों के टूर आ रहे हैं। पीलीभीत के एक स्कूल के टूर ने टाइगर रिजर्व के चूकाबीच का भ्रमण कर प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठाया। महोफ रेंज स्थित इंटरप्रटेशन सेंटर पर आयोजित प्रश्न प्रतियोगिता में बच्चों ने भाग लिया। अंत में अंजली मौर्य को ईको चाइल्ड घोषित किया गया। महोफ के क्षेत्रीय वनाधिकारी गिर्राज ¨सह ने बताया कि जंगल सैर को नियमों के अनुरूप कराया जा रहा है। प्रत्येक चालक और गाइड को नियम पालन करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं। निर्धारित गति से जंगल सफारी चलाने की अनुमति है। प्रत्येक सप्ताह बच्चों को ईको चाइल्ड घोषित किया जाता है।
प्राथमिक विद्यालय न्यूरिया में हुई ग्राम प्रधान मल्लपुर शिव कुमार की अध्यक्षता में वन एवं वन्यजीव जागरुकता गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मानव-बाघ संघर्ष को रोकने के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दी गई। बैठक में पांच वन मित्रों राम कुमार, उमा शंकर, राम औतार, राज कुमार का चयन किया गया शामिल किया। ग्रामीणों को बाघ से सुरक्षित रहने के बारे में बताया गया। इस मौके पर शमशेर खां, भगवानदास, सुमेरलाल, सद्दाम खां, जमुना प्रसाद, नेतराम, वीरपाल, छोटेलाल, भीमसेन, निर्मल ¨सह, बाबूराम, नत्थूलाल, प्रेम शंकर, विजेंद्र पाल ¨सह, प्रेमपाल, विपिन कुशवाहा, मोतीलाल, हरीराम मेवाराम, पूरनलाल, रामसरन आदि मौजूद रहे।