अनस की मौत से सदमे में डूबा शम्सी परिवार
लाडले अनीसउद्दीन उर्फ अनस की मौत से शम्सी परिवार सदमे में डूब गया है। बुधवार दोपहर अनस का शव कड़ी सुरक्षा के बीच यहां पहुंचा। परिजनों में चीख पुकार मच गई।
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : लाडले अनीसउद्दीन उर्फ अनस की मौत से शम्सी परिवार सदमे में डूब गया है। बुधवार दोपहर अनस का शव कड़ी सुरक्षा के बीच यहां पहुंचा। परिजनों में चीख पुकार मच गई। कब्रिस्तान में शव को सुपुर्दे खाक कर दिया गया। इस दौरान अनस के जनाजे में तमाम लोग शामिल हुए।
शहर के मुहल्ला पकड़िया निवासी समीउद्दीन शम्सी व्यापारी हैं, उनके दो बेटों में बड़ा बेटा अब्दुल्ला शम्सी तो उनके साथ ही कारोबार में हाथ बंटाता है, जबकि छोटा बेटा अनीसद्दीन उर्फ अनस शम्सी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एमएसडब्ल्यू (मास्टर ऑफ सोशल वर्किंग) कोर्स कर रहा है। अनस एएमयू के आफताब हॉल के मुमताज हॉस्टल के रूम नंबर 22 में रहता था। मंगलवार को अनस ने हॉस्टल के कमरे में फंदे पर झूलकर जान दे दी। अनीस की मौत के बाद विश्वविद्यालय परिसर में छात्र भड़क गए। उत्तेजित छात्रों ने उग्र प्रदर्शन कर एसपी सिटी की गाड़ी में भी तोड़फोड़ कर दी थी। रात करीब दो बजे अलीगढ़ पुलिस ने बल प्रयोग कर स्थिति पर काबू पाया। अनस की मौत की सूचना परिवार वालों को देररात मिली थी। आनन-फानन में अनस के पिता समीउद्दीन व बड़ा भाई अब्दुल्ला अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ अलीगढ़ रवाना हो गए। बुधवार दोपहर अनस के शव को लेकर वे लोग यहां लौटे। अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे समीपवर्ती कब्रिस्तान में शव को सुपुर्दे खाक कर दिया गया। इस दौरान मौजूद हर शख्स की आंख नम थी। घर में मां फरहा शम्सी तथा बहन फारिया शम्सी तो बेसुध हो गई हैं।
जान देने की वजह साफ नहीं
अनस ने किस वजह से आत्महत्या की? यह अभी तक साफ नहीं हो सका है। सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। अनस के पिता भी नहीं समझ पा रहे हैं कि उसने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया? शव के साथ यहां पहुंचे अलीगढ़ के दारोगा अहमद हसन ने भी आत्महत्या की वजह को लेकर अनभिज्ञता जताई। दारोगा ने पारिवारिक कारण से आत्महत्या किए जाने की आशंका जताई है। मां ने किया था कई बार फोन, नहीं हुआ रिसीव
बताया जाता है कि हॉस्टल के कमरे में अनस के साथ एक अन्य छात्र भी रहता है। वह छात्र कई दिन पहले ही अपने घर चला गया था। अनस ही कमरे में अकेला रह रहा था। अनस के पिता ने बताया कि सामान्य तौर पर अनस मां और बहन से फोन पर बात करता था। मंगलवार को अनस का फोन नहीं आया। दोपहर बाद अनस को उसकी मां और बहन ने कई बार फोन किया था, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। देरशाम अनस की मां ने अलीगढ़ में रह रहे परिचितों को फोन कर इस बारे में बताया। तब कुछ छात्र अनस के कमरे पर पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। आवाज देने पर भी कोई रेस्पांस नहीं मिला, इसके बाद पुलिस ने दरवाजा तोड़कर फंदे पर लटका अनस का शव बरामद किया। सितंबर 2014 से एएमयू में पढ़ रहा था
व्यापारी समीउद्दीन शस्मी के बेटे अनीसद्दीन उर्फ अनस बचपन से ही पढ़ाई में तेज था। अनस ने लिटिल एंजिल्स स्कूल से इंटरमीडियट पास किया था। सितंबर 2014 में उसने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में दाखिला ले लिया था।