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खेती में नई तकनीक अपनाएं किसान : मेनका

कृषि सूचना तंत्र सु²ढ़ीकरण एवं कृषक जागरुकता कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विभाग के मेला का मेनका गांधी ने शुभारंभ किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 12:00 AM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 12:00 AM (IST)
खेती में नई तकनीक अपनाएं किसान : मेनका
खेती में नई तकनीक अपनाएं किसान : मेनका

पीलीभीत : कृषि सूचना तंत्र सु²ढ़ीकरण एवं कृषक जागरुकता कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विभाग के रामलीला मेला में तीन दिवसीय मंडलीय कृषि मेला का शुभारंभ हो गया है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने किसानों से खेती में नई तकनीक और नई विधियों का प्रयोग करने की अपील की। उन्होंने मेला में लगे स्टालों का निरीक्षण किया।

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केंद्रीय मंत्री गांधी ने रामलीला मैदान में आयोजित तीन दिवसीय किसान मेला का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि किसान मेला के आयोजन का उद्देश्य किसानों को कुछ नया सिखाने के लिए किया जाए, जिससे उसे खेतीबाड़ी में प्रयोग किया जा सके। किसानों को रासायनिक खाद का कम से कम उपयोग करना चाहिए। उसके स्थान पर जैविक उर्वरक का प्रयोग करें, जिससे मृदा को बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होंने उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया कि एक महीने के अंदर अन्य मेला का आयोजन किया जाए, जिसमें किसानों को नए बीज, नई तरह की मशीनें, नई प्रकार की कृषि विधियां सिखाई जाएं। जनपद की भूमि अत्याधिक उपजाऊ है। अगर नई तकनीकी अपनाई जाए तो जनपद आर्थिक रूप से सु²ढ़ हो सकेगा। कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से नई तकनीक से खेती को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती के स्थान पर नई तकनीकी व नई प्रकार की कृषि जैसे सेब, मेहंदी, बांस, मशरूम, नींबू, सुगंधित पादपों की खेती अपनाएं और अधिक से अधिक लाभ उठाएं। इस कार्य के लिए सभी किसान राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र की मदद प्राप्त कर लाभ उठा सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ने जैविक खेती पर जोर देते हुए कहा कि जलकुंभी से जैविक खाद बनाकर कृषि को उपजाऊ बनाने का तरीका सीखें। कृषि में कीटनाशक व रसायनिक खाद का प्रयोग करने से दिन-प्रतिदिन मिट्टी उत्पादन क्षमता कम होती जा रही है। भूमि, जल, रासायनिक पदार्थों से दूषित हो रहे हैं, जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियां पैदा हो रही हैं। जैविक खेती अपनाकर स्वस्थ अन्न का उत्पादन कर सकते हैं। मेलों में सभी स्टालों पर विभिन्न कृषि तकनीकी का प्रशिक्षण देने के लिए कार्य किया जाए और अधिक से अधिक किसानों को इस कार्य के लिए प्रेरित किया जाए। मंत्री ने मेला में लगे विभिन्न विभागों के स्टालों का निरीक्षण किया। कुछ स्टालों पर महिलाओं के हाथों बनाई गई टोकरियां व अन्य सामग्री की प्रशंसा करते हुए लोगों प्रेरित किया। केंद्रीय मंत्री ने खेतों में पराली न जलाने के लिए उसके उपयोग में आने उपयुक्त यंत्र ट्रैक्टर, मल्चर, रोटावेटर यंत्र की संयुक्त खरीद पर कृषि विभाग द्वारा 6 लाख 48 हजार की अनुदानित धनराशि पर प्राप्त किसान शिव प्रसाद, ग्राम कैंचू ब्लाक बिलसंडा को चॉबी प्रदान कर अनुदान लाभ प्रदान किया।

मेला में कृषि विभाग द्वारा उन्नतशील बीजों का स्टाल, कृषि रक्षा द्वारा अनुदानित बीज संशोधन दवाइयां, उद्यान विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के बीज के स्टाल लगाए गए। कृषि वैज्ञानिक डॉ.शैलेंद्र ¨सह ढाका ने वैज्ञानिक खेती के प्रति जागरूक किया। बरेली मंडल के साथ ही लखीमपुर खीरी जनपद के किसानों ने प्रतिभाग किया। कृषि मेला में बरखेड़ा विधायक किशनलाल राजपूत, डीएम डॉ.अखिलेश कुमार मिश्र, उप कृषि निदेशक अनिल कुमार तिवारी, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी ऋतुषा तिवारी समेत कई कृषि वैज्ञानिक मौजूद रहे।


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