कब्जे हटे तो निखर गया तालाब का स्वरूप Pilibhit News
गांव के देवीस्थान के पास स्थित तालाब अवैध कब्जा हटाए जाने के बाद मुस्कुरा उठा।
पीलीभीत, जेएनएन : पूरनपुर के जोगराजपुर के देवीस्थान के पास स्थित तालाब पर अवैध कब्जा हटाने के बाद मनरेगा के तहत उसकी खोदाई की गई तो उसका स्वरूप निखर गया। बरसात में तालाब में जल संचय होने लगा। इससे ग्रामीणों में खुशी है। यह तालाब गांव के समीप होने के साथ ही काफी पुराना है।
गांव से जाने वाली बारात तालाब के पास स्थित देवीस्थान मंदिर में आशीर्वाद लेने के बाद रवाना होती है। यह पूजा अर्चना का काम सदियों से चला आ रहा है। स्थल का सैकड़ों साल पुराना इतिहास है। कुछ लोगों ने धीरे धीरे तालाब पर कब्जा शुरू कर दिया था। इसके तालाब काफी सिमट गया था। कुछ दिन पहले तालाब का मनरेगा के तहत अवैध कब्जे हटवाकर खोदाई हुई तो उसका वास्तविक रूप निखर कर सामने आया।
लोगों ने कहा
गांवों में तालाबों की संख्या कम होती जा रही है। जल का दोहन बढ़ता जा रहा है। जल संचय के लिए अधिक तालाबों की जरूरत है। तालाबों की खोदाई होने से जल संचय हो सकेगा। अनिल दीक्षित
जिस तरह से तालाबों को पाटकर उन पर कब्जा किया जा रहा है उससे बरसात के पानी का जल संचय नहीं हो पा रहा है। जल स्तर नीचे जा रहा है। तालाबों का संरक्षण होना बेहद जरूरी है। इसरार अंसारी
तालाब और उसके पास स्थित देवीस्थान लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है। इस तालाब का सुंदरीकरण होने से लोगों में खुशी है। बरसात में तालाब में जल संचय होना शुरू हो गया है। सुनील सक्सेना
इस वर्ष जल संचय के लिए शासन के निर्देश पर मनरेगा के तहत तालाब पर कब्जा हटवाकर सुंदरीकरण करा दिया गया है। इससे तालाब का वास्तविक रूप निखर कर सामने आ गया है। जगदीश प्रसाद