Move to Jagran APP

एडीएम ने बीएसए दफ्तर में मारा छापा

अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) देवेंद्र प्रताप मिश्र ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में छापामार कार्रवाई की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 11:02 PM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 11:02 PM (IST)
एडीएम ने बीएसए दफ्तर में मारा छापा
एडीएम ने बीएसए दफ्तर में मारा छापा

पीलीभीत : अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) देवेंद्र प्रताप मिश्र ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के वित्त एवं लेखा विभाग में औचक छापामार कार्रवाई की, जिससे खलबली मच गई। अंतर जनपदीय तबादले पर गई शिक्षिकाओं की एलपीसी (लास्ट पे स्लिप) के बारे में जानकारी हासिल की। वहीं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के संविदा लेखाकार नियुक्ति प्रकरण की जांच की।

loksabha election banner

जनपद के परिषदीय स्कूलों से अंतर जनपदीय तबादले पर कुल 200 से अधिक शिक्षिकाएं चली गई। अंतर जनपदीय तबादले को कई माह हो चुके हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के वित्त एवं लेखा विभाग से शिक्षिकाओं की एलपीसी गृह जनपद को नहीं भेजी गई, जिससे उनका वेतन नहीं मिल पा रहा है। इस मामले की शिक्षिकाओं ने जिलाधिकारी डॉ.अखिलेश कुमार मिश्र को शिकायत करके एलपीसी भेजे जाने की मांग की थी। जिलाधिकारी के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) मिश्र ने सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के वित्त एवं लेखा विभाग में औचक छापामार कार्रवाई की। चे¨कग कार्रवाई के दौरान अंतर जनपदीय तबादले पर गई शिक्षिकाओं की एलपीसी भेजे जाने के अभिलेखों की पड़ताल की। वित्त एवं लेखाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को जानकारी दी कि अंतर जनपदीय तबादले पर गई शिक्षिकाओं की एलपीसी भेज दी गई। रजिस्टर में डिस्पैच होने के बाद 18 व 19 सितंबर को रजिस्ट्री कर दी गई। बताया गया कि स्टाफ की कमी के चलते एलपीसी नहीं भेजी जा पा रही थी। औचक छापामार कार्रवाई से वित्त एवं लेखा विभाग में हड़कंप मचा रहा। यहां के बाद अपर जिलाधिकारी ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में संविदा लेखाकार प्रकरण की जांच पड़ताल की। विभिन्न आरोपों में संविदा लेखाकार को हटा दिया गया था। इस मामले में अभिलेखों की पड़ताल की, जिसमें संविदा लेखाकार की जांच सही पाई गई। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि शिक्षिकाओं को एलपीसी भेज दी गई है, जो जल्द ही प्राप्त हो जाएंगी। संविदा लेखाकार की जांच सही होना पाया गया। खुद ही तत्कालीन डीएम ने संविदा से लेखाकार को हटाने के आदेश किए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.