आरोपित सहायक प्राध्यापक को भेजा जेल, डीएनए सैंपल भी लिया
शहर के महिला कालेज की छात्रा से दुष्कर्म के आरोपित सहायक प्राध्यापक डा. कामरान आलम खान का पुलिस ने जिला अस्पताल में चिकित्सकीय परीक्षण कराया। उनका डीएनए सैंपल भी लिया है। फिर आरोपित का चालान करके रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया।
जेएनएन, पीलीभीत: शहर के महिला कालेज की छात्रा से दुष्कर्म के आरोपित सहायक प्राध्यापक डा. कामरान आलम खान का पुलिस ने जिला अस्पताल में चिकित्सकीय परीक्षण कराया। उनका डीएनए सैंपल भी लिया है। फिर आरोपित का चालान करके रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। वहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस ने पीड़िता का भी डीएनए सैंपल कराया है। लेकिन, शनिवार को पीड़िता का बयान दर्ज नहीं हो सका है।
शहर के महिला महाविद्यालय में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा ने 21 नवंबर को महाविद्यालय के ही गणित विषय के सहायक प्राध्यापक डा. कामरान आलम खान के खिलाफ दुष्कर्म करने व काला जादू का भय दिखाने समेत कई गंभीर आरोपों में सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। इसमें आरोपित के सैक्स रैकेट चलाने का भी आरोप लगाया। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य व चार अन्य छात्राओं पर भी मिलीभगत करने का आरोप लगाया है। मुकदमा होने की भनक लगते ही आरोपित सहायक प्राध्यापक फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपित सहायक प्राध्यापक को गिरफ्तार करने को रामपुर, बरेली सहित तमाम स्थानों पर दबिश दी, लेकिन उसका पता नहीं चला। इस बीच शुक्रवार की शाम पुलिस टीम ने शहर में ईदगाह क्रासिग के पास आरोपित सहायक प्राध्यापक को गिरफ्तार किया। सदर कोतवाली में पुलिस अधिकारियों ने आरोपित से कई घंटे तक पूछताछ की। शनिवार को पुलिस आरोपित को लेकर जिला अस्पताल पहुंची। वहां चिकित्सकों ने आरोपित का चिकित्सकीय परीक्षण किया। आरोपित का डीएनए के लिए उसके खून का सैंपल लिया। आरोपित सहायक प्राध्यापक के चिकित्सकीय परीक्षण से लेकर जेल भेजने तक खासी गहमागहमी रही। इधर, पुलिस ने पीड़िता छात्रा का भी शनिवार को डीएनए सैंपल कराया है। मामले की विवेचना कर रहे सदर कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक सदाकत अली के मुताबिक दोनों डीएनए सैंपल परीक्षण के लिए गाजियाबाद और मुरादाबाद स्थित प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं। सीओ सिटी सुनील दत्त शर्मा ने बताया कि पूछताछ में आरोपित सहायक प्राध्यापक कामरान आलम खान खुद को निर्दोष बताता रहा। उसने यह भी तर्क किया कि इससे पहले वह जहां जहां महाविद्यालयों में कार्यरत रहा है, उन स्थानों पर उसके चाल चलन के बारे में जांच करा ली जाए।